सहायक आयुक्त सहकारिता अशोक कुमार मौर्य ने नगर कोतवाली में करायी एफआईआर
गोण्डा - जिले में किसानों के हक की खाद को कालाबाजारी की भेंट चढ़ने से बचाने के लिए जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने अपनी प्रतिबद्धता साबित की है। उन्होंने खाद कालाबाजारी की सूचना मिलने पर कड़ा कदम उठाया। डीएम के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट विजय शर्मा, जिला कृषि अधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार, और सहायक निबंधक सहकारिता अशोक कुमार मौर्य की एक संयुक्त टीम ने खाद की कालाबाजारी के खिलाफ छापेमारी की। इस छापेमारी में कालाबाजारी की गहरी साजिश का खुलासा हुआ, मौके पर पाया गया कि जिस गोदाम के लिए खाद भेजी गई थी उसे दूसरे गोदाम पर उतारा गया पाया गया। जिसके बाद नगर कोतवाली में आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई।
पीसीएफ गोण्डा बफर गोदाम से साधन सहकारी समिति लिमिटेड, लखनीपुर के लिए 14 एमटी (280 बोरी) इफको डीएपी चालान संख्या 99/4940 द्वारा वाहन संख्या यूपी 32 आरएन 4233 में लोड किया गया था। यह खाद निर्धारित समिति के गोदाम पर पहुंचाई जानी थी, लेकिन ड्राइवर ने इसे गोड़वाघाट बाजार स्थित आईआईएफडीसी कृषक सेवा केंद्र पर उतारने का प्रयास किया। मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने इस संदिग्ध गतिविधि पर ध्यान देते हुए पूछताछ की, जिससे पता चला कि 11 बोरी डीएपी पहले ही उतारी जा चुकी थी, जबकि वाहन चालक मोनू बाकी बची डीएपी के साथ मौके से फरार हो गया।
डीएम का निर्देश मिलते ही सिटी मजिस्ट्रेट विजय शर्मा, जिला कृषि अधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार, और सहायक निबंधक सहकारिता अशोक कुमार मौर्य तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने आईआईएफडीसी केंद्र संचालक अमरेन्द्र कुमार तिवारी से गोदाम की चाबी मंगवाई और गोदाम की जांच की, जिसमें 11 बोरी इफको डीएपी बरामद हुई। बरामद खाद को पुलिस की अभिरक्षा में सौंप दिया गया।
इस प्रकरण में ड्राइवर मोनू, केंद्र संचालक अमरेन्द्र कुमार तिवारी और पीसीएफ के परिवहन ठेकेदार की मिलीभगत से खाद की कालाबाजारी की साजिश का संदेह जताया गया। इसके चलते नगर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई। सहायक आयुक्त सहकारिता अशोक कुमार मौर्य ने बताया कि इस मामले की एक विस्तृत रिपोर्ट जिलाधिकारी कार्यालय को भी प्रेषित की गई है।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने स्पष्ट किया कि खाद की जमाखोरी और कालाबाजारी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने इस मामले में सख्त कार्रवाई का आदेश देते हुए कहा कि ऐसी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर कठोरतम दंड दिया जाएगा। डीएम ने अधिकारियों को लगातार निरीक्षण, जांच और छापेमारी करने के निर्देश दिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि खाद सही तरीके से किसानों तक पहुंचे और कालाबाजारी पर लगाम लगाई जा सके।
डीएम नेहा शर्मा ने कहा कि किसी भी स्थिति में किसानों के लिए खाद की कमी नहीं होने दी जाएगी। कालाबाजारी और जमाखोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई अनवरत जारी रहेगी।
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