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Feb 5, 2024

क्षेत्र में पारले कंपनी द्वारा बृहद स्तर पर गन्ना बुवाई हेतु गोष्ठियों के माध्यम से चलाया जा रहा किसान जागरूकता अभियान

 क्षेत्र में पारले कंपनी द्वारा बृहद स्तर पर गन्ना बुवाई हेतु गोष्ठियों के माध्यम से  चलाया जा रहा किसान जागरूकता अभियान 

बहराइच/फखरपुर, आज पारले कंपनी क्षेत्र के ग्राम - सिरौला में एक बसंत कालीन गन्ना बुवाई किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया ! गोष्ठी में 147 किसानों ने हिस्सा लिया ! गोष्ठी का संचालन सूबेदार सिंह उप गन्ना प्रबंधक द्वारा किया गया ! गोष्ठी में आये हुये किसानों को संबोधित करते हुए पारले के एसोसिएट मुख्य गन्ना प्रबंधक संजीव राठी ने कहा की इस समय बसंतकालीन बुवाई का शुरुवात हो चुकी है ! जिन किसानों के खेत खाली है वह सभी खेत तैयार कर गन्ना बुवाई शुरू कर दे , इस समय बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है उन्होंने कहा की सबसे पहले खेत की तैयारी अच्छी प्रकार करें , तैयारी के समय   ट्राइकोडर्मा का प्रयोग जैविक खाद में मिलाकर जरूर करें ! गन्ने की प्रजातियों में 0238,0118,15023,14201 अधिक से अधिक क्षेत्रफल में लगाए ! बीज शोधन हेक्सा टॉप, इमिडा, यूरिया से जरूर करें ! इससे जमाव अच्छा होगा और कीड़े - बीमारियों का प्रकोप बिल्कुल नहीं होगा ! ट्रेंच द्वारा 4 फ़ीट लाइन से लाइन की दुरी रखे ! बीज केवल 20 कुंतल प्रति एकड़ ही लगेगा ! यह विशेष धयान दे की बीज स्वस्थ एवं ताजा हो और बीज में 2 आँख के टुकड़े ही काटे ! यदि बीज काटते समय कोई आँख ख़राब हो या कोई गन्ना रोगी हो उसे अलग निकाल दे !  बुवाई से पहले नालियों में खाद डाल दे, प्रति एकड़ 2 बैग पारले ऑर्गनिक पोटाश, 2 बैग एन0 पी0 के0 , 25 किलो यूरिया ,10 किलो पारले गन्ना स्पेशल माइक्रोनूट्रिन्टस एक साथ मिलाकर प्रयोग करे ! उसके  बाद बुवाई कर दे ! बुवाई के बाद केवल 2 इंच मिट्टी ही गन्ने के टुकड़ो पर डाले , सरावन ना लगाए !  पौधे गन्ने की कटाई १५ फरवरी के बाद ही करे जिससे पेड़ी की पैदावार अच्छी हो ! अच्छी पेड़ी के लिए जमीन की सतह के बराबर गन्ना काटे, सुखी पत्ती ना जलाये उन्हें खेत में बराबर फैलाये और मल्चर चलाये ! यदि मल्चर उपलब्ध नहीं है तो पतियों के ऊपर प्रति एकड़ की दर से 10 किलो ट्राइकोडर्मा को 5 बैग जैविक खाद में मिलाकर पुरे खेत में बिखेर दे उसके बाद सिचाई कर दे , लगभग 20 दिन बाद सभी पत्तिया सड़ जाएगी जिससे जमीन की उर्वरा शक्ति मजबूत होगी ! उसके बाद प्रति एकड़ 2 बैग पारले ऑर्गनिक पोटाश 2 बैग एन0 पी0 के0, 10 किलो पारले गन्ना स्पेशल माइक्रोनूट्रेंट्स प्रयोग करे और जुताई -गुड़ाई कर दे ! जिससे पेड़ी की पैदावार बहुत ही अच्छी होगी और प्रति एकड़ औसत पैदावार 500 कुंतल अवश्य होगी ! गन्ना विकास की कुंजी है इसलिए वैज्ञानिक तरीके अपनाते हुए अधिक से अधिक क्षेत्रफल में बुवाई करें ! इसके अलावा कंपनी को साफ़, ताजा गन्ना ही मिल गेट एवं क्रय केन्द्रो पर भेजे ! गोष्ठी में पूर्व चेयरमैन सरदार सिंह बहराइच समिति एवं पारले के अन्य अधिकारी गण अमरेंद्र,अमर अशोक, प्रवेश, दलीप, शैलेन्द्र, सूर्य प्रताप, नागेंद्र मौजूद रहे ।

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