करनैलगंज गोंडा। करनैलगंज कटरा रोड रेलवे गुमटी स्थित प्रसिद्ध दरगाह बाबा शहीद मर्द रहमतुल्लाह अलैह व हजरत कफीलुल्लाह शाह बड़े बाबा जी रहमतुल्लाह अलैह के सज्जादा नसीन पीरे तरीक़त अल्हाज मौलाना मोहम्मद असदुल बक़ा बक़ाई कफ़ीली उर्फ छन्नू मियाँ का बुधवार की सुबह देहांत हो गया। जिनकी उम्र 82 वर्ष थी। जो की कई माह से बीमार और बिस्तर पर थे। जिनका इलाज लखनऊ के नेशनल हॉस्पिटल से चल रहा था बीते सप्ताह डॉक्टरों ने उन्हें घर वापस भेज दिया था। बुधवार की सुबह जैसे ही उनके देहांत की खबर फैली तो उनके मुरीदों व अक़ीदत मंदों में शोक की लहर दौड़ गई। देखते ही देखते उनके मकान शाही तकिया पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गयी। और लोग नम आँखों से उनका अंतिम दर्शन करने के लिए बेताब दिखाई दिये। जिनका अंतिम संस्कार देर शाम आस्ताना शहीद मर्द के प्रांगण में किया गया। नमाज़े जनाज़ा आस्ताने के मैदान में मशूहर दरगाह हज़रत मोहम्मद खादिम सफी रहमतुल्लाह अलैह सफीपुर उन्नाव के सज्जादा नसीन सय्यद अफ़ज़ाल मोहम्मद फ़ारूक़ी सफ़वी ने अदा कराई और सुपुर्दे खाक किया गया। आपने पूरी जिंदगी अवाम व सिलसिले के लोगों की खिदमत में गुजारी साथ ही पूरी जिंदगी रोज़ा व नमाज़ के सख्त पाबंद रहे।आपके पाँच बेटे पप्पू मियाँ,लल्लू मियाँ,गुड्डू मियाँ,शानू मियाँ, गुलजार मियाँ हैं। अंतिम संस्कार के दौरान आस पास के जिलों के साथ साथ अन्य प्रदेशों के भी अक़ीदत मंदों की भारी भीड़ मौजूद रही। अंतिम संस्कार के बाद सफीपुर के साहबे सज्जादा हस्सान मियाँ ने दिवंगत आत्मा के लिये दुआ की।
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