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Jul 15, 2023

अयोध्या से पांच जोजन दूर हजारों वर्ष पुराने इस शिवलिंग की है अपार महिमा

 

करनैलगंज/गोण्डा - जिला मुख्यालय से करीब 30किमी दूर और जिले के पश्चिम उत्तर कोने पर करनैलगंज तहसील क्षेत्र स्थित बाबा बरखंडी नाथ महादेव मन्दिर हजारों वर्ष प्राचीन माना जा रहा है। यहां श्रद्धा से मानी गई कामना पूर्ण होती है। पांडवकालीन माने जाने वाले भगवान शिव के इस मंदिर की स्थापना भी पांडवों द्वारा ही मानी जा रही। बताया जा रहा है कि कभी वीरान जंगल वाले इस स्थान पर चरवाहे गाय चराते थे,एक दिन एक चरवाहा वहां अवस्थित शिवलिंग नुमा पत्थर पर मूंज कूट रहा था तो उस स्थान से रक्त बहने लगा जिसे देखकर चरवाहा घबरा गया।जानकारी मिलने पर पयागपुर राजा ने वहां पहुंचकर शिवलिंग को ले जाने के उद्देश्य से खोदाई शुरू कराई लेकिन उसका ओर छोर का कोई पता नहीं चल सका। स्वप्न देखकर राजा ने उसी स्थान पर मंदिर निर्माण कराकर पूजा अर्चना शुरू कर दी। 


आयोध्या से पांच जोजन दूरी पर करनैलगंज क्षेत्र में स्थित है यह शिवलिंग

अयोध्या स्प्रमाणे पंचजोजनम् देवाधिदेव महादेव स्थानं बनखण्डीवनम्

धार्मिक पुस्तकों में वर्णित श्लोक के अनुसार बाबा बरखंडीनाथ महादेव का यह अति प्राचीन शिवलिंग श्रीराम नगरी आयोध्या से पांच जोजन अर्थात बीस कोस दूरी पर स्थित है। 

वैसे तो बाबा बरखंडीनाथ मंदिर पर वर्ष के प्रत्येक सोमवार को जलाभिषेक हेतु भक्तों की भीड़ उमड़ती है,लेकिन सावन ,अधिकमास और शिवरात्रि जैसे पर्वों पर यहां शिवभक्तों की अपार भीड़ उमड़ती है। मान्यता है कि यहां आने वाले भक्तों का बाबा बरखंडीनाथ कल्याण करते हैं।सावन सोमवार सहित अन्य शिवपर्वों पर स्थानीय प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक प्रबन्ध किए जाते हैं। 


उपेक्षा का है शिकार बाबा बरखंडीनाथ का यह पौराणिक स्थल

मन्दिर के मंहत बाबा सुनील पुरी महराज का कहना है कि सुलभ शौचालय न होने से आने वाले श्रद्धालुओं का भारी परेसानी का सामना करना पड़ता है,उन्होंने बताया कि विगत दो वर्ष पूर्व एक शौचालय का निर्माण शुरू कराया गया था जो अभी भी निर्माणाधीन है। वहीं साफ सफाई की भी कोई सुदृढ़ व्यवस्था नहीं है जो विद्युत व्यवस्था है भी वह नाकाफी है।

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