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Jan 12, 2023

छोटे अपराधों में जेल में बंद कैदियों को मिलेगी मुक्ति:डीएम

बस्ती । में छोटे अपराधों में कारागार में बंद कैदियों को कारागार से मुक्ति दिलाई जाएगी। इसके लिए डीएम प्रियंका निरंजन ने पहल किया है। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित अभियोजन की बैठक में सभी प्रोसिक्यूटर ऑफिसर को निर्देशित किया कि ऐसे लोगों की सूची तैयार करें। जो छोटे अपराधों में जेल में निरुद्ध है या उन्होंने पारित अपराध में निर्धारित सजा से अधिक समय तक जेल मे बिता लिया है।   

          प्रभारी वरिष्ठ जेल अधीक्षक को निर्देशित किया कि ऐसे व्यक्ति की सूची संबंधित सीओ को उपलब्ध कराएं। जिसमें कारागार में उनके लाने की अवधि अंकित हो। गंभीर अपराधों जैसे हत्या, बलात्कार में निरूद्ध अपराधियों को अधिक से अधिक सजा दिलाने की शासकीय अधिवक्ताओं तथा प्रोसिक्यूटर आफिसर को निर्देशित किया है। प्रत्येक माह जिला कारागार में लोक अदालत का आयोजन भी किया जाता है। जिसमें ऐसे व्यक्तियों को छोड़ने की संस्तुति की जाती है, लेकिन वह संख्या में बहुत कम होती है। डीएम की पहल पर बड़े पैमाने पर यह कार्य किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक छोटे अपराधों वाले व्यक्तियों को छोड़ा जा सके।  
जेल में क्षमता से अधिक कैदी
प्रभारी वरिष्ठ जेल अधीक्षक कमलेश चंद्र ने बताया कि वर्तमान समय में जेल में 850 कैदी निरुद्ध हैं। जिसमें से 200 सजायाफ्ता हैं। शेष 650 का ट्रायल चल रहा है। ऐसी स्थिति में कारागार में क्षमता से अधिक कैदी रखे गए हैं। जिनके भरण-पोषण पर शासन का व्यय भार भी बढ़ता है। बताया कि इस प्रकरण को जनपद न्यायाधीश की अध्यक्षता में संपन्न होने वाली मॉनिटरिंग सेल की बैठक में विचारार्थ रखा जाएगा।

ये लोग रहे उपस्थिति
बैठक में एसपीओ नीलिमा मिश्रा, सुधीर स्वरूप, ज्योत्सना दुबे, आकाश अरूण, संजीव गुप्ता, पीके गौतम, अजय गुप्ता, शासकीय अधिवक्ता आरपी पाण्डेय, वेदप्रकाश, वंदना चौधरी, अरविन्द पाण्डेय, अखिलेश कुमार दुबे, अरूण कुमार श्रीवास्तव, कुमार उत्कर्ष, रामप्रकाश दुबे उपस्थित रहे।   


          रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट

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