पेयजल परियोजनाओं के लिए भूमि उपलब्धता कार्य की डीएम ने की समीक्षा
बहराइच । अमृत 2.0 कार्यक्रम अन्तर्गत पेयजल योजनाओं हेतु जरवल व सदर में हेतु भूमि का चिन्हांकित किये जाने, भूमि के अविवादित होने एवं प्रभारी अधिकारी द्वारा सम्बन्धित प्रकरणों की स्वयं समीक्षा किये जाने के सम्बन्ध में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मोनिका रानी की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम ने पेयजल योजनाओं हेतु भूमि की उपलब्धता के बारे में जानकारी करने पर बताया गया कि जरवल के मोहल्ला सराय तकिया कटरा दाक्षिणी में चिन्हित भूमि विवादित है। इस सम्बन्ध में उप जिलाधिकारी कैसरगंज को निर्देश दिया गया कि विवाद सुलझा कर शीघ्र कार्य प्रारम्भ कराएं। इसी प्रकार तहसील नानपारा में पेयजल योजनाओं के सम्बन्ध में एसडीएम नानपारा को निर्देशित किया गया कि शीघ्र ही भूमि चिन्हित कराकर अधिशाषी अभियन्ता जल निगम को अवगत करा दें। डीएम मोनिका रानी ने प्रभारी अधिकारी नगर निकाय/एडीएम गौरव रंजन श्रीवास्तव को निर्देशित किया कि नगर निकायों में भूमि उपलब्धता की स्वयं समीक्षा कर ले। शिरोपरि जलाशय के निर्माण हेतु तहसील सदर में 02 व मिहींपुरवा में 03 स्थानों पर भूमि की उपलब्धता के सम्बन्ध में तहसीलदार सदर ने बताया कि ग्राम जगतापुर व मोहम्मदनगर में चिन्हित की गई भूमि के सम्बन्ध में अधि.अभि. जल निगम द्वारा भूमि को आबादी से दूर होने पर अनुपयुक्त बताया गया है। डीएम ने एसडीएम व तहसीलदार को निर्देश दिया कि दसरे उपयुक्त स्थान पर शीघ्र ही भूमि चिन्हित करें। तहसीलदार मिहींपुरवा ने बताया कि शिरोपरि जलाशयों हेतु ग्राम मिहींपुरवा एवं मोतीपुर में भूमि चिन्हित कर ली गई है। जबकि 01 स्थान के लिए भूमि चिन्हांकन की कार्यवाही की जा रही है। एसडीएम व तहसीलदार को निर्देश दिया कि अवशेष भूमि का शीघ्र चिन्हांकन कर विभाग को अवगत करा दें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी, एडीएम गौरव रंजन श्रीवास्तव, सीआरओ देवेन्द्र पाल सिंह सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।
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