शिव तांडव, मसाने की होली, भजनों तथा भक्तिमय गीतों से मंत्रमुग्ध हुए दर्शक
![]() |
बहराइच । जनपद की सांस्कृतिक एवं पौराणिक विरासत व लोक-कला को संजोने के उद्देश्य से आयोजित बहराइच महोत्सव-2025 में शनिवार को देर शाम गणेश वन्दना, शिव तांडव, शक्ति डांस, मसाने की होली तथा तृप्ति शाक्या द्वारा प्रस्तुत भजन, भक्तिभावपूर्ण व देशभक्ति गीतों उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया। इस श्रृंखला में पहले कलाकारों द्वारा रोंगटे खड़े कर देने वाली ‘‘मशाने की होली’’ नामक वृहद नृत्य-नाटिका का मंचन किया गया जिसके अंतर्गत ‘शिवजी बियाहने चले पालकी सजाये के’ ‘है भोलेनाथ की शादी हम तो नाचेंगे’’ , आदि गीतों के माध्यम से शिव विवाह लघु ‘नृत्य नाटिका’ का मंचन किया गया, इसके बाद माता सती का आत्मदाह एवं वीरभद्र द्वारा प्रजापति दक्ष का वध पुनः माता पार्वती का विवाह और ‘होली खेले मसाने में’ व ‘महाकाल की गुलामी मेरे काम आ रही है’ आदि गीतों के माध्यम से ‘‘मशाने की होली’’ के अवशेष भाग का बेहद रोमांचक मंचन किया गया। इस वृहद नृत्य नाटिका को प्रस्तुत करने वाले कलाकारों को एम.एल.सी. पदम सेन चौधरी द्वारा प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।इसके बाद गोल्डन गर्ल्स ने ‘हर हर महादेव’ व ‘नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांगरागाय महेश्वराय’ आदि गीतों के माध्यम से मनमोहक नृत्य कार्यक्रम प्रस्तुत कर महोत्सव में समां बांध दिया। तत्पश्चात भजन संध्या कार्यक्रम में अनेक भजनों व भक्ति भावपूर्ण गीतों के प्रस्तुतीकरण से माहौल भक्ति रस से सराबोर हो गया। भजन गायक द्वारा ‘राधे राधे दयामयी राधे’ व अन्य भजनों की प्रस्तुति के बाद भजन गायिका तृप्ति शाक्या द्वारा अनेकानेक भजनों की प्रस्तुति दी गई। उन्होंने ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ कभी राम बनके कभी श्याम बनके, ‘दीवाने हैं दीवानों को ना घर चाहिए, ‘तुम राम रुप में आना, ‘मैं घणी बावर, ‘पिया रे पिया रे थारे बिना लागे नाहीं’ ‘राधे रानी-3 मेरी श्यामा प्यारी ओ राधे रानी’ ‘छाप तिलक’ ‘दमा दम मस्त कलंदर’, ‘मोरा पिया घर आया ओ राम जी’, ‘सिया संग होली खेलत रघुवीरा’, ‘कान्हा बरसाने में आई जइयो’ ‘गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो’, ‘नटखट बंसी वाले गोकुल के राजा, ‘बंसी बाजेगी राधा नाचेगी’, ‘सांसों की माला पे सिमरु मैं पी का नाम’, ‘मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल गए हैं राम आए हैं’, ‘रामा रामा रटते रटते बीती रे उमरिया’, ‘नगरी हो अयोध्या सी’ आदि भजनों व भक्तिभाव पूर्ण गीतों की प्रस्तुति दी गई। अंत में ‘हर करम अपना करेंगे ए वतन तेरे लिए’ और ‘ये दुनिया एक दुल्हन-दुल्हन के माथे की बिंदिया-ये मेरा इंडिया’ देश भक्ति गीतों के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। देश भक्ति के गीतों की प्रस्तुति के दौरान सभी उपस्थित जनप्रतिनिधियों, जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी व अन्य अधिकारियों ने मंच पर प्रतिभाग किया जिससे संपूर्ण महोत्सव का माहौल अधिक खुशनुमा हो गया।
No comments:
Post a Comment