करनैलगंज/गोण्डा - क्षेत्र के नारायनपुर जयसिंह चरसड़ी में बीते 4 मार्च को निकाली गई शोभा यात्रा के बाद उसी दिन से अनवरत रामाधुन चल रही है। उक्त जानकारी देते हुए नैशपीठ के पीठाधीश्वरी गणेश तिवारी ने बताया कि प्रारम्भ में यह रामाधुन इक्कीस दिन के लिए आयोजित थी परन्तु क्षेत्रीय उत्साह को देखते हुई रामायुन को इक्कीस दिन के लिए आगे बढ़ा दिया गया है। नैशपीठ के संचालक महात्यागी विष्णुदास जी महाराज ने बताया किलगभग 60-70, महिलाएँ अपने- अपने कलश को धूपदीप का प्रातः आती है और रामधुन में शामिल होती हैं। कार्यक्रम में पास - पड़ोस के गाँवों की महिलाएँ,और बच्चे नित्य शामिल होते हैं। भगवान को नाम लेने से परिवार की नकारात्मक सोच हटती है और सकारात्मक सोच बढ़ती है। जिससे काम-क्रोध, लोभ मोह आदि विकारों से मुक्ति मिलती है। इसी सोच को ध्यान में रखते हुए रामाधुन का यह कार्यक्रम चलाया आ रहा हा
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