कुत्तों के हमलों की पुनरावृत्ति होने पर दण्डित किये जाएंगें अधिकारी: डीएम
बहराइच । जनपद में कुत्तों एवं बंदरों के हमलों पर प्रभावी अंकुश तथा पीड़ित व्यक्तियों के सम्बन्ध में की गई कार्यवाही की समीक्षा हेतु मंगलवार को देर शाम जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान वर्चुअली प्रतिभाग कर रहे नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों, खण्ड विकास अधिकारियों एवं पशु चिकित्साधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह की घटना की पुनरावृति होने पर सम्बन्धित की ज़िम्मेदारी तय करते हुए दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। डीएम ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि सम्पूर्ण जनपद क्षेत्र में अभियान चलाकर हमलावर कुत्तों के बध्याकरण की कार्यवाही की जाय।जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सामुदायिक चिकित्सालयों के डाटा का अध्ययन कर अति संवेदनशील एवं संवेदनशील क्षेत्रों का चिन्हांकन कर तद्नुसार कार्यवाही की जाय। डीएम ने निर्देश दिया कि संवेदनशील क्षेत्रों में अभियान चलाकर आमजन को जागरूक किया जाय। लोगों को बताया जाय कि वह अपने परिवार के बच्चों को अकेले खेतों की ओर न जाने दें। डीएम ने कहाकि सम्बन्धित अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण कर ज़मीनी स्तर पर समस्या का पता लगाकर उसका निस्तारण करायें। बैठक में जानकारी दी गई कि सदर अन्तर्गत 279, तेजवापुर में 323, मिहींपुरवा में 345, रिसिया में 391, महसी में 379, शिवपुर 439, फखरपुर में 299, चित्तौरा में 322, जरवल में 421, पयागपुर 372, बलहा में 224, कैसरगंत में 375, नवाबगंज में 361, हुज़ूरपुर में 237 एवं विशेश्वरगंज में 268 इस प्रकार जिले में 5035 लोगों को रैबीज़ के इंजेक्शन लगाये गये हैं। डीएम ने सभी अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आवारा कुत्तों एवं बंदरों आदि से बचाव में कूड़ा प्रबंधन की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। जहां पर कूड़े में खाने पीने की सामग्री की अधिकता होती है, वहां प्रायः आवारा पशुओं की संख्या बढ़ जाती है। अतः कूड़े का नियमित उठान और पृथक्कीकरण आवश्यक है। बैठक के माध्यम से डीएम ने सभी जनपदवासियों से अपील की कि वह अपने क्षेत्र के हमलावर कुत्तों बंदरों अथवा अन्य पशुओं के संबंध में संबंधित बीडीओ, ईओ व पशु चिकित्सा अधिकारियों को तत्काल सूचना उपलब्ध करायें। बैठक के दौरान मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राजेश उपाध्याय ने बताया कि अब तक जनपद में 76 कुत्तों का बधियाकरण किया गया है तथा 192 ग्रामसभा में जागरूकता अभियान प्रारम्भ हो गया। डॉ. उपाध्याय ने बताया कि कुत्तों के कारण घायल हुए 81 पशुओं का अब तक इलाज किया गया है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।
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