करनैलगंज /गोण्डा - नगर पालिका परिषद कर्नलगंज की एक बड़ी लापरवाही और मनमानी सामने आई है, जहां कर्नलगंज तहसील और कोतवाली के सामने लाखों की लागत से बने सामुदायिक शौचालय को मांसाहारी रेस्टोरेंट और शराब पीने के अड्डे में बदल दिया गया है। यह शर्मनाक और निंदनीय कृत्य नगर पालिका के जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
शौचालय से उठ रही दुर्गंध, शराबियों के जमावड़े से आम जनता परेशान
सार्वजनिक स्थानों पर मांसाहार और शराब की बिक्री पर सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन नगर पालिका ने खुद ही इन नियमों को ताक पर रख दिया है। तहसील परिसर के मुख्य द्वार पर खुले इस रेस्टोरेंट और शराबखोरी के अड्डे से आम जनता को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मीट-मछली की दुर्गंध और शराब के नशे में धुत लोगों की वजह से स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
प्रशासन जानबूझकर बना अनजान, समाजसेवियों ने जताई आपत्ति
स्थानीय प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारी इस मामले में जानबूझकर अनजान बने हुए हैं। नगरपालिका की इस लापरवाही पर समाजसेवियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से कड़ी आपत्ति जताई है और प्रशासन से तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
सरकार के आदेशों की खुलेआम अवहेलना
सरकार एक ओर सार्वजनिक स्थलों पर शराब और मांसाहार पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में सख्त कदम उठा रही है, वहीं नगर पालिका परिषद ने तहसील परिसर के मुख्य द्वार पर ही शराब और मांसाहार का ठिकाना खुलवा दिया। अब लोग बिना किसी रोक-टोक के खुलेआम मांस और मदिरा का सेवन कर सकेंगे, जो सरकार के आदेशों की सीधी अवहेलना है।
स्थानीय लोगों ने इस मामले को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है और प्रशासन से इस अवैध गतिविधि को तुरंत बंद कराने की मांग की है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है या फिर इसी तरह लापरवाही बरती जाती रहेगी।
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