लखनऊ / आज गुरूवार को हजारों की संख्या में बिजली विभाग के अनुबंधित कर्मचारी ने प्रबंध निदेशक के कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन करने पहुंचे हैं। वह विद्युत निगम को निजीकरण करने का जोर-शोर से विरोध कर रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि लंबे समय तक काम लेने के बाद 55 साल की उम्र देखकर छंटनी की जा रही है। यह कहां का न्याय है ? हमारी मांग को अनसुना किया जा रहा है।
अनेकों बार समझौते की कोशिश हुई परंतु हर बार उल्लंघन होता है। इसी वजह से हजारों की संख्या में कर्मचारियो का जनजीवन प्रभावित हो रहा हैं। न्यायोचित्त मांग होने के बाद भी ध्यान नहीं दिया जा रहा। कर्मचारियों के अनुसार अनुबंध नियमों को नहीं माना जा रहा है। कर्मचारियों ने कहा अनुबंध पत्र पर श्रमिक की नौकरी दी गई है, किंतु कार्य लाइन मैन का लिया जा रहा। उच्चाधिकारियों से अनेकों शिकायत के बावजूद भी विभाग हमारी बात नहीं सुनता है जिससे कर्मचारियों पर जीवन पर खतरा बना रहता है। ऐसे में हमारी मांगों को सुना जाए। क्योंकि यह हजारों परिवारों के जीवन एवं भरण-पोषण का सवाल है
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