लखनऊ - प्रदेश की योगी सरकार कितने भी बड़े दावे भले ही क्यों न कर ले, लेकिन जिम्मेदारों का गैर जिम्मेदारी कहें या फिर संसाधनों के आभाव के चलते मरीजों की जानें जा रही हैं। जिसका ताजा उदाहरण बलरामपुर अस्पताल की घटना से देखा जा सकता है,जहां एक दुखद घटना घटी और डायलिसिस के इंतजार में बैठे एक मरीज की असामयिक मौत हो गई। अमेठी से इलाज कराने आए 22 वर्षीय फारुख डायलिसिस के लिए अस्पताल में भर्ती किए गए थे,लेकिन, समय पर डायलिसिस न हो पाने की वजह से उनकी हालत बिगड़ गई, फिलहाल स्थिति को देखते हुए उन्हें इमरजेंसी में भेजा गया लेकिन डॉक्टरों की टीम ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
Jan 22, 2025
समय से डायलिसिस न होने पर 22 वर्षीय फारूक ने तोड़ा दम
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