जिले में 10 फरवरी को समारोह पूर्वक आयोजित किया जाय राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस: डीएम
76वें गणतंत्र दिवस पर सम्मानित आशा को डीएम ने प्रदान किया प्रशस्ति पत्र
बहराइच । स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा हेतु मंगलवार की देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय की बैठक में जिलाधिकारी मोनिका रानी ने मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र के साथ 76वें गणतंत्र दिवस पर नई दिल्ली में सम्मानित हुई ग्राम भैसाही हुजूरपुर निवासी आशा सत्या सिंह को शील्ड व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया। बैठक में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्या योजना के अन्तर्गत गोल्डेन कार्ड की अपेक्षित प्रगति न पाये जाने पर डीएम ने कड़ी नाराज़गी व्यक्त करते हुए प्रगति में सुधार लाने का निर्देश देते हुए सबसे खराब प्रगति वाले ब्लाक के विरूद्ध कार्यवाही करने तथा 70 वर्ष से ऊपर के समस्त लाभार्थियों के गोल्डेन कार्ड निर्माण में तेजी लाये जाने के भी निर्देश दिये। बैठक में अंधता निवारण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान ज्ञात हुआ कि मोतियाबिन्द का आपरेशन लक्ष्य के सापेक्ष मात्र 23 प्रतिशत है। प्रगति कम पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित नोडल अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही करने एवं आपेक्षित सुधार लाये जाने के निर्देश दिये। मख्य चिकित्साधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान 3485 बच्चे दृष्टिदोष से ग्रसित पाये गये है। जिसमें 1855 बच्चों को चश्मा वितरण कर दिया गया है। शेष बच्चों को शीघ्र चश्मा उपलब्ध करा दिया जायेगा। साथ ही वृद्धों के चश्मा वितरण के सम्बंध में अवगत कराया कि 1743 के सापेक्ष शत प्रतिशत वृद्धों को चश्मा वितरण करा दिया गया है। डीएम ने मुख्य चिकित्साधिकारी एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि दृष्टिदोष से चिन्हित शत प्रतिशत बच्चों को शीघ्र चश्मा उपलब्ध कराया जाय। बायोमेडिकल वेस्ट की समीक्षा में पाया गया कि सरकारी एवं निजी चिकित्सालयों/पैथालोजी सेण्टरों के द्वारा बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण में ढिलाई बरती जा रही है समय से बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण न होने से प्रदूषण एवं जानवरों आदि को बीमारी होने का खतरा उत्पन्न हो रहा है। उक्त के सम्बंध में मुख्य चिकित्साधिकारी एवं उपस्थित चिकित्सा अधीक्षकों को निर्देशित किया कि समस्त सरकार चिकित्सालयों एवं निजी पैथालोजी सेण्टर, चिकित्सालयों को कड़ी चेतावनी जारी की जाय कि प्रतिदिन बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण सम्बन्धित फर्म, बायो स्पेट्रम के माध्यम से अवश्यक कराये। यदि कहीं पर भी बायोमेडिकल वेस्ट बाहर जलता या कूडे में फेका पाया गया तो सम्बन्धित के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। परिवार नियोजन कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान पीपीआईयूसीडी में जिला महिला चिकित्सालय की अत्यन्त कम प्रगति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित नोडल अधिकारी को चेतावनी पत्र जारी करने एवं प्रगति में सुधार लाये जाने के निर्देश दिये गये। साथ ही निरन्तर समीक्षा करते हुए परिवार नियोजन कार्यक्रम में आपेक्षित सुधार लाये जाने के निर्देश दिये। क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के अर्न्तगत माह जनवरी से संचालित 100 दिवसीय टीबी रोगी खोजी अभियान की समीक्षा में उपस्थित चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि लक्ष्य के सापेक्ष अधिक से अधिक सम्भावित टीबी रोगियों के स्पूटम/टू-नाट/एक्स-रे के माध्यम से जांच कर निक्षय पोर्टल पर रिपोर्ट समय से अपलोड करें। साथ ही क्षय ग्रस्त रोगियों को जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों के माध्यम से गोद दिलवाकर निक्षय मित्र पोर्टल पर सूचना अपलोड करें। अभियान के दौरान विशेश्वरगंज सीएचसी द्वारा मात्र 19 क्षय ग्रस्त रेागियों का चिन्हांकन करने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि सम्भावित मरीजों की सही से जांच करें जिससे अधिक से अधिक मरीजों का चिन्हांकन हो सके। डीएम ने उपस्थित अधीक्षकों को निर्देशित किया कि प्रत्येक सीएचसी पर रोस्टर के आधार पर कार्मिकों द्वारा साफ-सफाई की व्यवस्था की जाय। कम्बल, चादर, पेयजल, आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाय। साथ ही समस्त लाभार्थियों आशा आदि के मानदेय समय से उनके खाते में नियमानुसार हस्तान्तिर किया जाय। निरीक्षण के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या वित्तीय अनियमितता पायी जाती है तो सम्बन्धित के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। नियमित टीकाकरण की समीक्षा में ज्ञात हुआ कि पूर्ण प्रतिरक्षित बच्चों की संख्या का प्रतिशत राज्य स्तर के 83 प्रतिशत के सापेक्ष 81 प्रतिशत है। डीएम ने निर्देश दिया कि नियमित रूप से समीक्षा करते हुए शत-प्रतिशत बच्चों को पूर्ण रूप से प्रतिरक्षित करना सुनिश्ति किया जाय साथ ही टीकाकरण सत्रों पर समस्त आवश्यक लाजिस्टिक की व्यवस्था अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाय। जन्म मृत्यु पंजीकरण में अच्छी प्रगति पाये जाने पर सम्बन्धित नोडल अधिकारी मुर्शफ अली (सहायक शोध अधिकारी) की प्रशंसा करते हुए प्रगति में निरन्तर प्रगति की जाय। आगामी 10 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के आयोजन के सम्बंध में समस्त उपस्थित विभिन्न अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए 10 फरवरी को समस्त 01 वर्ष से 19 वर्ष के शत प्रतिशत बच्चों को कीडे की दवा एल्बेन्डाजाल अवश्य खिलाये। छूटे हुए बच्चों को 14 फरवरी 2025 को मापअप राउण्ड के दौरान दवा खिलायी जाय। सीएमओ निर्देशित किया कि समय से दवाएं, रिपोर्टिग प्रपत्र एवं आईसी उपलब्ध कराते हुए कार्यक्रम में लगे समस्त कार्मिकों का प्रशिक्षण सुनिश्चित कराये जिससे इस अभियान को सफल बनाया जा सके। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, सीएमओ डा संजय कुमार, डीडीओ राज कुमार, डीएचईआईओ बृजेश सिंह, डीपीएम सरजू खा, सम्बन्धित एमओआईसी, बीएएम, बीपीएम, बीपीसीएम व अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।
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