समाज में बेटियों को आगे आने की जरूरत है। वे निर्भीक होकर आगे बढ़े। उक्त बातें मुख्य अतिथि के रूप में असिस्टेंट प्रोफेसर, पुलिस अधीक्षक की धर्मपत्नी व समाजशास्त्री डा० तन्वी जायसवाल ने सोमवार को महिला कल्याण विभाग द्वारा रिमेम्बेरिंग निर्भया पर आयोजित की जागरूकता कार्यक्रम के दौरान कही। जिला पंचायत सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थित राजकीय बालिका इंटर कालेज व सरयू प्रसाद प्रसाद कन्या पाठशाला इंटर कालेज की छात्राएं व राजकीय इंटर कालेज के छात्रों को संबोधित करते हुए डा० जायसवाल ने कहा कि आज का दिवस पाकिस्तान से विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है, परन्तु सन् 2012 में इसी दिन दिल्ली में निर्भया से दुराचार की घटित विभत्स घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि के रूप में अपर जिलाधिकारी राकेश कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि निर्भया लोगों व मीडिया द्वारा दिया गया काल्पनिक नाम है। उसके साथ घटित घटना के बाद देश के कानूनों में महिलाओं व बालिकाओं के लिए नये नये कानून बनाये गये।
परियोजना निदेशक चन्द्रशेखर ने संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएं व बालिकाएं अब किसी से कम नहीं है। वह क्षेत्र में अपना योगदान दे रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० रश्मि वर्मा ने छात्र छात्राओं से कहा कि वे सभी अपने माता-पिता से कोई भी बात न छिपायें, बल्कि किसी भी स्थिति के आने पर उन्हें जरूर सूचित करें। छात्र छात्राओं को विभिन्न वीडियों व पीपीटी के माध्यम से जागरूग किया गया। जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन अरविन्द पाण्डेय ने किया।
इस दौरान जिला समाज कल्याण अधिकारी राजेश चौधरी, जीजीआईसी की प्रधानाचार्या गीता त्रिपाठी, प्रतिभा शुक्ला, चन्द्रमोहन वर्मा, आशीष मिश्रा, दीपक दूबे, अंकित कुमार पाण्डेय, पंकज कुमार राव, सिद्धनाथ पाठक, हितेश नरायन भारद्वाज आदि मौजूद रहे।
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