कतर्नियाघाट वनक्षेत्र से सटे 34 ग्रामों में स्थापित हुईं 562 एल.ई.डी. लाईटे
मानव वन्यजीव संघर्ष पर अंकुश के लिए स्थापित की जानी हैं 3100 एलईडी लाईटे
बहराइच 17 दिसम्बर। प्रभागीय वनाधिकारी कतर्नियाघाट ने बताया कि कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के वनक्षेत्रों से सटे अधिकतर राजस्व ग्राम तेन्दुआ प्रभावित ग्राम हैं जिसमें आए दिन तेन्दुआ द्वारा हमला कर व्यक्तियों को गम्भीर रूप से घायल तथा कभी-कभी व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है। गांवों में सभी ग्रामवासियों के आवास पक्के नहीं है तथा ग्रामीण परिवेश होने से अभी भी अधिकतम ग्रामवासियों के आवास फंूस के हैं जिससे अंधेरा होते ही जंगली जानवर वनक्षेत्र से सटे गांवो में पालतू मवेशी यथा-बकरी, गाय-भैंस आदि के भक्षण हेतु चले जाते हैं जिससे कभी-कभी व्यक्तियों का सामना होने पर मानव-वन्य जीव संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।डीएफओ ने बताया कि मानव-वन्य जीव संघर्ष की निरन्तर बढ़ रही घटनाओं के दृष्टिगत् सिग्निफाई इनोवेशन इण्डिया लिमिटेड, सी.एस.आर. पार्टनर फिनिश सोसाइटी संस्था द्वारा कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग को 3100 एल.ई.डी. लाईट उपलब्ध करायी गयीं हैं, जो कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के वनक्षेत्रों के किनारे बसे मानव-वन्य जीव संघर्ष प्रभावित गांवो में लगाया जाना है।डीएफओ ने बताया कि प्रथम चरण अन्तर्गत कतर्नियाघाट रेंज अन्तर्गत 34 गांवो यथा आनन्दनगर, जयश्रीपुरवा, कुरकुरी कुआं, विशुनटांडा, मंगलपुरवा, मन्दिर, कैलाशपुरी, गुलरा, बेलहनपुरवा, ढकिया, टेढ़िया, सीतारामपुरवा, बाजपुर बनकटी, पठानपुरवा, धोबियाना, मदनिया, तेलियनपुरवा, गुलरीपुरवा, सिरसियनपुरवा, बड़खड़िया, लख्खाबाग, बिहारीपुरवा, मौरहवा, विजय नगर, सजहवा, घूरेपुरवा, जमुनिहा, नथुनिया, जाहिदपुरवा, चहलवा, आम्बा, विशुनापुर व बर्दिया में 562 एल.ई.डी. लाईटे लगाई जा चुकी हैं।
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