अपर निदेशक पशुपालन ने अस्थाई गोआश्रय स्थल कटरा बहादुरगंज का किया निरीक्षण
बहराइच । अपर निदेशक, पशुपालन विभाग, देवीपाटन मण्डल गोण्डा डॉ. मेमपाल सिंह ने विकास खण्ड चित्तौरा अन्तर्गत अस्थाई गोआश्रय स्थल कटरा बहादुरगंज का आकस्मिक निरीक्षण कर संरक्षित गोवंशों के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। निरीक्षण के दौरान गोआश्रय स्थल में 487 गोवंश संरक्षित पाये गये जिनमें 481 गोवंश में टैग लगा हुआ पाया गया। यहां पर 03 टीन शेड व 01 शेड छप्पर का बना हैं। जिनकी क्षमता 300-350 पशुओं की है। भण्डार गृह के निरीक्षण के दौरान लगभग 200 कुण्टल भूसा तथा 01 कुण्टल पशु आहार भण्डारित मिला पाया गया। गो आश्रय स्थल के चारो ओर लकड़ी की बैरीकेटिंग की गयी है। अपर निदेशक द्वारा निर्देष दिया गया कि गोआश्रय स्थल की मजबूत फेंसिंग कराई जाय ताकि संरक्षित गोवंश गो आश्रय स्थल से बाहर न जा सके। निरीक्षण के दौरान बताया गया कि गो आश्रय स्थल की चारागाह में 1.6 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बरसीम व चरी की बोवाई करायी गयी हैं। गो आश्रय स्थल के सभी गोवंश स्वस्थ्य पाये गये। पशुचिकित्सधिकारी कटरा बहादुरगंज को निर्देशित किया गया कि गो आश्रय स्थल का नियमित भ्रमण कर गोवंशों के स्वास्थ्य का नियमित परीक्षण करते रहें। आसन्न शरद ऋतु हेतु गोवंशों की सुरक्षा के लिए बिछावन हेतु लगभग 300 कुण्टल पराली एकत्र की गयी हैं।निरीक्षण के समय अपर निदेशक डॉ. सिंह ने मौके पर मौजूद ग्राम प्रधान को निर्देश दिया कि खण्ड विकास अधिकारी से सम्पर्क कर गोआश्रय स्थल में अतिरिक्त शेड निर्माण कराएं। ग्राम प्रधान को निर्देश दिया गया कि संरक्षित गोवंशों को प्रतिदिन न्यूनतम 01 कि.ग्रा. पशु आहार प्रति पशु उपलब्ध कराएं तथा सर्दी के मौसम को देखते हुए पशु शेडों के चारों ओर तिरपाल लगवाने की व्यवस्था की जाय। ग्राम प्रधान द्वारा बताया गया कि 01 वर्ष से एस.एफ.सी. पूलिंग की धनराशि प्राप्त नहीं हुई हैं। इस सम्बन्ध में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया गया कि सम्बन्धित अधिकारियों से समन्वय कर एस.एफ.सी. पूलिंग के माध्यम गो आश्रय स्थल को धनराशि उपलब्ध कराई जाय।
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