महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष ( डिप्टी स्पीकर) नरहरी झिरवल ने शुक्रवार को अचानक मंत्रालय की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। उनके साथ विधायक हीरामन खोसकर भी कूद पड़े। इस तरह की घटना सुनते ही सभी तरफ हड़कंप मच गया सुरक्षा दस्ता तुंरत सक्रिय हो गया परंतु नीचे सुरक्षा हेतु पहले से लगे हुए जाल के कारण उनकी जान बच गई।
काफी ऊंचाई से दोनों आदिवासी विधायक जाल में फंस गए थे। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने उन्हें सकुशल बाहर निकाला। काफी ऊंचाई से गिरने के कारण झिवल की गर्दन पर चोट आने की वजह से जख्मी हो गये है। उनका रक्त चाप भी काफी बढ़ हुआ है। उनकी जांच के लिए डॉक्टरों की एक टीम मंत्रालय पहुंची है झिरवल एनसीपी(अजीत गुट)के विधायक हैं। सूत्रों के अनुसार कि वे शिंदे सरकार की तरफ से धनगर समाज को जनजाति का दर्जा दिए जाने के फैसले के खिलाफत कर रहे हैं। वे अपनी ही सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं।
नरहरि झिरवल ने मुख्यमंत्री शिंदे से मुलाकात करने से पूर्व चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री हमारा पक्ष नहीं सुनेंगे तो हमारे पास दूसरा विकल्प मौजूद है। झिरवल ने कहा कि हम एसटी आरक्षण को किसी कीमत पर प्रभावित नहीं होने देगें इसके जो करना पड़े । इस बयान के बाद एक घंटे के भीतर उन्होंने मंत्रालय की तीसरी मंजिल से छलांग लगाकर अपना विरोध जाहिर कर दिया।
(सफेद और नीले कुर्ते में दोनों नेता)
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