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Oct 2, 2024

56 वर्ष बाद शहीद सैनिक का शव पहुंचा गांव, देशभक्ति गगनभेदी नारों से गूंज उठा गांव,

भारतीय सेना को बड़ी सफलता हाथ लगी है करीब छह दशक के पूर्व गायब हुए जवानों के पार्थिव शरीर सकुशल बरामद हुए हैं। हिमाचल प्रदेश के रोहतांग दर्रे पर तीस सितंबर को चार भारतीय जवानों के शव मिले। इनमें एक शव उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के निवासी मलखान सिंह का था। बर्फ में दबे होने के कारण शव तनिक भी खराब नहीं हुआ था । भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी के आदेश पर सेना ने 2003 में खोज अभियान शुरु किया था हालांकि 2005 में तीन शव और एयर क्राफ्ट का मलबा बरामद हो गया था उसके बाद भी सेना तलाश करती रही अब चार शव बरामद हुए हैं दो की तलाश अभी भी बाकी है। भारतीय सेना के इतिहास में सबसे लंबा तलाश अभियान माना जाता हैं।


मलखान सिंह सहारनपुर से 30 किलोमीटर दूर फतेहपुर गांव के रहने वाले थे। वह 56 साल पहले 7 फरवरी, 1968 को उनका एयरक्राफ्ट क्रैश हो गया था जिसमें नौ सैनिक लापता हो गए थे। शहीद मलखान के माता-पिता और पत्नी तथा इकलौते बेटे की भी मृत्यु हो चुकी है। परिवार में अब सिर्फ बहु और पोते-पोती हैं। वायु सेना के जवान बुधवार को मलखान सिंह का पार्थिव शरीर लेकर आए। इसकी खबर लगते ही आसपास के कई गांवों के  हजारों लोग अंतिम दर्शन करने पहुंचे। इस दौरान मलखान सिंह अमर रहें... भारत माता की जय , वंदेमातरम के नारे लगने लगे। देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों से माहौल एकदम गमगीन हो गया। शाम को सेना की टुकड़ी के द्वारा दी गयी सलामी के बीच
लगभग साढ़े 5 बजे मलखान सिंह के पौत्र गौतम ने उनको मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया।

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