Breaking







Oct 1, 2024

30वीं वाहिनी पीएसी का रहा है गौरवशाली इतिहास -त्रिभुवन सिंह

 30 वीं वाहिनी पीएसी ने धूमधाम से मनाया 54 वां स्थापना दिवस 



गोण्डा - सेनानायक  त्रिभुवन सिंह (आईपीएस) 30वीं वाहिनी पीएसी के निर्देशन में 54 वां स्थापना दिवस काफी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत वाहिनी बैंड के मधुर धुनों के प्रस्तुतिकरण द्वारा किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ सेनानायक  द्वारा मंच पर दीप प्रज्वलित कर  किया गया, जिसमें वाहिनी के जवानों  द्वारा  शानदार प्रस्तुति की गई।

इस दौरान सेनानायक  द्वारा मलखंभ प्रतियोगिता 2024 में उपविजेता रही वाहिनी टीम के सभी खिलाड़ियों को बधाई देते हुए सम्मानित किया गया एवं सभी खिलाड़ियों को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी गई।इस अवसर पर वाहिनी आरटीसी हाल में सेनानायक  की उपस्थिति में आपसी सौहार्द, समन्वय व एकता की भावना एवं मनोबल बढ़ाने के उद्देश्य से "बड़े खाने” का आयोजन किया गया, जिसमें अपर पुलिस अधीक्षक राधेश्याम राय तथा उपसेनानायक  श्रीपाल यादव भी सम्मिलित हुए। कार्यक्रम के अंत में सेनानायक त्रिभुवन सिंह ने अपने संबोधन में  वाहिनी के गौरवशाली इतिहास के बारे में जिक्र करते हुए बताया कि साल 2001 में संसद में हुए हमले को निष्फल करने में वाहिनी के जवानों ने अहम भूमिका निभाई थी तथा वर्ष 2005 में अयोध्या में राम जन्मभूमि पर हुए आतंकी हमले को भी 30वीं वाहिनी पीएसी के जवानों ने विफल किया था। आयोजन को सफल बनाने में प्रभारी शिविरपाल राघवेंद्र, सूबेदार मेजर मनीष कुमार जायसवाल, दलनायक कर्तव्य दल रणविजय सिंह, आरटीसी प्रभारी आलोक त्रिपाठी, प्रभारी सांकृतिक प्रकोष्ठ पीसी प्रेमचंद राजभर, मुख्य आरक्षी शत्रुघ्न शर्मा, मुख्य आरक्षी वकील गुप्ता तथा आरक्षी बलिराम का विशेष योगदान रहा।

No comments: