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Aug 24, 2024

सितम्बर-अक्टूबर में गन्ना बुवाई के लिए अभी से शुद्ध एवं स्वस्थ बीज का चयन करें किसान

 

सितम्बर-अक्टूबर में गन्ना बुवाई के लिए अभी से शुद्ध एवं स्वस्थ बीज का चयन करें किसान

स्वस्थ बीज ही अच्छे उत्पादन का मुख्य आधार है
फखरपुर, बहराइच। पारले कंपनी अपने किसानों को जागरूक करने के लिए लगातार संवाद स्थापित कर रही है। जिससे वैज्ञानिक एवं व्यापारिक खेती को बढ़ावा मिल सके। गन्ना कार्यालय में पारले के एसोसिएट मुख्य गन्ना प्रबंधक संजीव राठी द्वारा किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि गन्ने का उत्पादन अच्छा हो इसके लिए सितम्बर-अक्टूबर में अधिक से अधिक क्षेत्रफल में किसान गन्ना बुवाई करें। जिससे पैदावार में भारी इजाफा होगा। इस समय गन्ने के साथ सहफसल में सरसो, आलू, मसूर, मटर, सब्जियां आदि किसान ले सकते है। इसके अलावा अधिक उत्पादन देने वाली गन्ना प्रजातियां ही लगाए। अधिक उत्पादन देने वाली गन्ना प्रजातियों में 0118, 15023, 14201 बुवाई के लिए अभी से शुद्ध एवं स्वस्थ बीज का चयन कर ले। स्वस्थ बीज ही अच्छे उत्पादन का मुख्य आधार है। स्वस्थ बीज का जमाव अच्छा होगा, बीज की मात्रा प्रति एकड़ कम लगेगी। जिस खेत में कीड़े -बीमारी का प्रकोप हो उस खेत से बीज बिल्कुल ना ले। ट्रेंच विधि द्वारा 4 फीट की दूरी पर गन्ना लगाए। खेत की तैयारी अच्छी प्रकार करें। तैयारी के समय प्रति एकड़ 10 किलो ट्राइकोडर्मा को 2 बैग जैविक शक्ति में मिलाकर प्रयोग करे। बुवाई से पहले लाइन में खाद, उर्वरक का प्रयोग करें। उसके बाद 2 आँख का टुकड़ा ही बोये। बीज शोधन इमिडा और हेक्साटॉप फफूंदीनाशक से जरूर करे। उन्होंने यह भी कहा कि इस समय गन्ने की बढ़वार अच्छी है इसलिए शत-प्रतिशत बंधाई करे। कम समय में अधिक कार्य और प्रति एकड़ खर्च कम हो इसके लिए खेती में मशीनीकरण को अधिक से अधिक बढ़ावा दे। भूमि की उर्वरा शक्ति और उत्पादन अधिक हो इसके लिए लगातार पारले जैविक, आर्गेनिक एवं बायो फर्टिलाइजर का प्रयोग बुवाई और खडी फसल में अधिक से अधिक करे। इस अवसर पर काफी संख्या में किसान और पारले के अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।


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