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Aug 13, 2024

गन्ने के कुछ प्लाटो में दिखाई दे रही है रेड रॉट बीमारी

 गन्ने के कुछ प्लाटो में दिखाई दे रही है रेड रॉट बीमारी , तत्काल प्रभावी प्रबंधन करे किसान 

फखरपुर बहराइच, पारले चीनी मिल परसेंडी गन्ने की अच्छी उपज हो इसके लिए कीड़े - बीमारियों का प्रभावी और तत्काल नियंत्रण बहुत जरुरी है ! इसलिए किसान लगातार अपने खेतों की निगरानी करते रहे ! कुछ प्लाटो में इस समय गन्ना सूख रहा है जहां पर बरसात का पानी लगातार रुका है ! जल निकास का प्रबंध करे ! मेड बंदी जरूर करे ! प्रभावित खेत का पानी दूसरे खेत में ना जाये ! सूखे गन्ना तत्काल खेत से जड़ से उखाड़कर निकाल दे और दूर खेत से कंही दबा दे या जला दे ! जिस स्थान से  रेड रॉट  प्रभावित गन्ने निकाले वहां पर 10-20 ग्राम ब्लीचिंग पाउडर डालकर गड्ढा पूरा ढक दे, जिससे रोग आगे न फैले ! तत्पश्चात प्रति एकड़ 400 ग्राम थायोफिनेट मिथाइल फफूंदीनाशक को 400 ली पानी में घोल बनाकर जड़ो के पास गन्ने की लाइनो में ड्रेंचिंग कर दे ! जिससे प्रभावी नियंत्रण हो जायेगा ! और आपका गन्ना आगे सूखने से बच जायेगा ! यह गन्ने की रेड रॉट बीमारी है जिससे गन्ने का कैंसर भी कहते है ! पहले ऊपर की तीसरी -चौथी पत्ती किनारे से सुख जाती है , पत्ती की मध्य सीरा पर रुद्राक्ष माला के रेड धब्बे दिखाई देते है ! धीरे धीरे पूरा गन्ना सुख जाता है ! आगामी सितम्बर -अक्टूबर में इस खेत का बीज ना ले ! और न ही पेड़ी-लेडी की फसल ले , फसल चक्र अपनाये ! जिससे दोबारा जब गन्ना फसल ले तो स्वस्थ फसल तैयार हो सके ! इसके अतिरिक्त इस समय गन्ने में बोंकी ( बेल ) बहुत अधिक है ! यह गन्ना फसल को बुरी तरह से जकड लेती है जिससे बढ़वार प्रभावित होती है ! इसे जड़ से तत्काल निकाल दे ! गन्ने से भी हटा दे जिससे बढ़वार काफी अच्छी होगी और पैदावार में भारी इजाफा होगा ! सभी गन्ना किसान अपने मोबाइल फ़ोन पर इ गन्ना ऍप ( E -GANNA APP ) जरूर डाउनलोड करे ! इस ऍप पर किसान को अपने सट्टे सम्बंधित सभी जानकारी घर बैठे प्राप्त होगी !  इन सभी बातों का अनुरोध पारले के एसोसिएट मुख्य गन्ना प्रबंधक संजीव राठी द्वारा किया गया ! उन्होंने यह भी कहा कि गन्ना फसल की पूर्ण जानकारी आप जोनल ऑफिस पर या अपने गन्ना अधिकारियों से संपर्क कर ले सकते है ! गन्ना किसानो  का प्रति एकड़ लक्ष्य 500 कुंतल कम से कम जरूर होना  चाहिए ।

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