Breaking





Aug 22, 2024

योगेश प्रताप सिंह बनकर एक माह में किया 3 बार फोन,पूर्व मंत्री ने दर्ज कराई एफआईआर


करनैलगंज/ गोण्डा - किसी जालसाज ने योगेश प्रताप सिंह बनकर एक महीने के अंदर 3 बार फोन करके श्रीदेव व्हील्स प्रालि (टाटा मोटर्स) के खाते से फ्राड करने का प्रयास किया, मामले में पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया है। दर्ज मुकदमे के मुताबिक योगेश प्रताप सिंह ने कहा है कि श्री देव व्हील्स प्रालि. (टाटा मोटर्स) शोरूम के वह मालिक हैं, उनके फर्म के खाते भारतीय स्टेट बैंक में चल रहे हैं। जिसके सम्बन्ध में दिनांक 08.07.2024 को समय करीब लगभग 01:30 बजे दोपहर को बैंक मैनेजर के पास मो0नं0-9993844004 से फोन करके यह कहा गया कि मैं योगेश प्रताप सिंह बोल रहा हूँ मेरा एकाउन्टेन्ट आज छुट्टी पर है इस लिए मेरे खाते से मु- 10,00,000/- (दस लाख) रूपये ट्रान्सफर करने के लिए कहा इस पर बैंक मैनेजर ने कन्फमेशन के लिए मेरे पास फोन किया तो सच्चाई पता लगी कि ये कल फ्राड कल था। मेरे द्वारा बैंक से उपरोक्त फ्राड नं मिलने पर मेरे द्वारा उक्त नम्बर को चेक किया गया तो पता चला कि उक्त नम्बर से वट्सऐप भी चला रहा है जिसने डीपी पर मेरी फोटो लगा रखी है। तथा इकालर आईडी पर मेरा नाम व मेरी फोटो लगा रखी है जिसका स्क्रीन शाट संलग्न प्रार्थना पत्र है। उक्त घटना के तुरन्त बाद उपरोक्त नम्बर से पुनः मेरे व्यक्तिगत खाता जो कि भारतीय स्टेट बैंक करनैलगंज जनपद-गोण्डा में है वहां पर भी उस व्यक्ति ने बैंक मैनेजर को फोन करके मु0-9,90,000/- (नौ लाख नब्बे हजार) रूपये आरटीजीएस करने की बात कही जिस पर वहां के मैनेजर द्वारा संदेह होने पर प्रार्थी के पास फोन करके कन्फर्म किया जिससे प्रार्थी को उक्त घटना की जानकारी हुई। उक्त घटना की सूचना प्रार्थी ने जरिये दूरभाष द्वारा श्रीमान् जी को दी तथा एक प्रार्थना पत्र साइवर सेल में भी दिया गया, इसके सम्बन्ध में गोण्डा एसटीएफ द्वारा उक्त नम्बर की लोकेशन ट्रेश करायी गयी जिस पर उसकी लोकेशन कनाट पैलेश दिल्ली मिली जिस पर एसएचओ कनाट पैलेश दिल्ली सुनील कुमार जी से सम्पर्क करके उनके व्हाट्सऐप पर प्रार्थना पत्र भेज करके पूरी घटना की जानकारी दी गयी, पुनः दिनांक 20.08.2024 को समय करीब 03:00 बजे सायं भारतीय स्टेट बैंक शाखा-गोण्डा के मैनेजर के पास उसी व्यक्ति ने उसी नम्बर से फिर से फोन करके कहा कि मैं योगेश प्रताप सिंह बोल रहा हूँ मुझे एक करोड़ रूपये की एफडी करानी है जिसके लिए मेरे कम्पनी के करेन्ट खाते से पन्द्रह लाख रुपये मेरे द्वारा बताये गये खाते में ट्रान्सफर करके, मेरे शोरूम पर आकर मुझसे एफडी वाले फार्म पर हस्ताक्षर करा लीजिए और हस्ताक्षर कराकर एफडी बना दीजिए जिस पर बैंक मैनेजर ने शोरूम पर न आ पाने की बात कहते हुये, उस व्यक्ति से बैंक में ही अपठनीय हस्ताक्षर आने की बात कहीं और उसके बाद बैंक मैनेजर ने फोन काटकर संदेह की स्थिति में प्रार्थी के मोबाइल नम्बर पर फोन करके उक्त बातो का जिक्र करते हुये पूरी बात बताई। एक माह के भीतर तीन बार उसी व्यक्ति द्वारा फर्जी रूप से योगेश प्रताप सिंह बनकर के मेरे कम्पनी के खाते से रकम निकलवाने की कोशिश की जा रही है। जिससे प्रार्थी को काफी अपूर्णनीय क्षति होने की सम्भावना बनी हुई है । उपरोक्त फ्राड व्यक्ति द्वारा प्रार्थी के टाटा मोटर्स के खातो में फ्राड करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। मामले में पूर्वमंत्री योगेश प्रताप सिंह द्वारा त्वरित कार्रवाई की मांग की गई है।

No comments: