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Jun 12, 2024

नयी जिम्मेदारी की तलाश में केशव मौर्य , पिछले पांच दिनों से दिल्ली में डटे, राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चर्चा में।

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पिछले पांच दिन से दिल्ली में डटे हैं। जबकि इस बीते हुए समय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार दो बार कैबिनेट की बैठक कर चुके हैं, परंतु इसमें उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य एक बार भी शामिल नहीं हो पाये है।पंचम तल से लेकर मीडिया में तरह-तरह के अंदाजे लोगों ने लगाना शुरू कर दिया हैं।

गुप्त सूत्रों के मुताबिक केशव मौर्य को केंद्र या प्रदेश में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है, इसी वजह से उन्हें  शपथ ग्रहण के बाद दिल्ली में रूकने के लिए कहा गया है। केशव से बीएल संतोष और जेपी नड्डा ने बातचीत भी की। अफवाह तो ऐसी भी हैं कि केशव को पार्टी अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की कवायद चल रही है।

परंतु इस दौड में केशव के अलावा कई और भी दिग्गज शामिल बतायें जा रहे हैं, लेकिन केशव उनमें सबसे उपयुक्त बैठ रहे, क्योंकि वह देश के सबसे बड़े सियासी राज्य और पिछड़ा वर्ग से आते हैं और जिस तरह से लोक सभा चुनावों में पिछड़ा मतदाता इंडिया गठबंधन की तरफ झुका उसको सहेजने के लिए ऐसा कदम उठाया जा सकता हैं
 भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जय प्रकाश नड्डा मोदी सरकार 3.0 में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए हैं। भाजपा के नियमानुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष एक साथ दो पद नहीं रख सकते। नड्डा का कार्यकाल इसी 30 जून को समाप्त हो रहा है। पार्टी को इससे पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन हर हाल में कर लेना है। हालाकिं नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2024 को ही पूर्ण हो गया था, किंतु लोकसभा चुनाव के कारण कार्यकाल 30 जून तक के लिए विस्तार कर दिया गया था।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के जिन चेहरों का नाम दौड़ में सबसे आगे चल रहा है, उनमें केशव मौर्य का नाम भी प्रमुखता से शामिल हैं। संभवत: इसी वजह से उन्हें दिल्ली में रूकने के लिए कहा गया है। वह संगठन और सरकार के शीर्ष नेतृत्व साथ लगातार बैठक कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस बार भाजपा पिछड़ा वर्ग से चर्चित चेहरे को अध्यक्ष बनाना चाहती है, उसमें केशव सभी तरह से उपयुक्त हैं।

केशव के अलावा अध्यक्ष पद की दौड़ में चार और नाम प्रमुखता से  चल रहे हैं। जिसमें महाराष्ट्र से राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े भी शामिल हैं। तावड़े भाजपा की बिहार इकाई के प्रभारी भी हैं। वो भी पिछड़े समुदाय से आते हैं। इस बार चुनाव में ज्वॉइनिंग कमेटी की जिम्मेदारी उन्हीं के पास थी अध्यक्ष पद के लिए तीसरा नाम  मध्य प्रदेश से आदिवासी चेहरा फग्गन सिंह कुलस्ते का है। इस दौड़ में चौथा नाम अनुराग ठाकुर और 5वां सुनील बंसल का भी है। अनुराग ठाकुर पिछली सरकार में केंद्रीय मंत्री और सुनील बंसल पार्टी में महासचिव और यूपी प्रभारी रह चुके वर्तमान में उड़ीसा और बगांल के प्रभारी है जहां पार्टी ने बेहतर प्रदर्शन किया है उम्मीदन उनको राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर इसका इनाम भी दिया जा सकता हैं। ।

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