आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर तैनाती के बाद भी नहीं आती हैं सीएचओ
आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर लटक रहा ताला
फखरपुर, बहराइच। स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतरी के दावों के बीच हकीकत बेहद चौकाने वाली है। गांव में ही ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्थापित किए गए आयुष्मान आरोग्य मंदिर खुद ही बीमार होकर रह गए हैं। इन मंदिरों के रोज खुलने और मरीजों के पहुंचने का दावा तो स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अफसर करते हैं। लेकिन यह दावा महज कागजी है। फखरपुर सीएचसी क्षेत्र मे करीब 31 आयुष्मान आरोग्य मंदिर केन्द्र हैं। लेकिन इन आरोग्य मंदिरों की हालात खस्ता हैं। केन्द्रों पर तैनात की गई सीएचओ कभी कभार आती है। दवा देना तो दूर ग्रामीणों को गांव में सेंटर की जानकारी भी नहीं है। फखरपुर सीएचसी से मात्र पांच सौ मीटर पीछे मूसेपट्टी गांव का आरोग्य मंदिर केन्द्र किराये के मकान में चल रहा है। गांव मे केन्द्र चल रहा है इसकी जानकारी भी ग्रामीणों को नहीं है। गांव के रहने वाले सुकाई, मिश्रीलाल, धर्मराज व मुंशी बताते हैं कि यहां दवा मिलेगी इसकी जानकारी ही नही। यहां पर तैनात सीएचओ कभी कभार ही आती हैं अधिकांश समय पर यहां ताला ही लटकता रहता है। ताला कभी खुलता ही नहीं है। सीएचसी अधीक्षक डाक्टर नरेंद्र सिंह ने बताया कि केन्द्र बंद होने की जानकारी नहीं हैं। केंद्र पर तैनात कर्मचारी अगर नहीं जाती हैं तो उसकी जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी।
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