करनैलगंज/गोण्डा - सिद्धांतो के अडिग राही वरिष्ठ नेता,समाजसेवी अवधेश सिंह उम्र करीब 70 वर्ष का निधन हो गया । उनके निधन से पूरे जिले में शोक की लहर व्याप्त है। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पद चिन्हों पर चलने वाले कर्मठता व अदम्य साहस के धनी अवधेश सिंह ने जीवन में कभी हार नहीं मानी,तमाम अभावों में रहते हुए भी उन्होंने कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। एक दौर था जब देश में जनता दल की सरकारें थीं, बीपी सिंह, चंद्रशेखर, इन्द्र कुमार गुजराल और देवेगौड़ा देश के प्रधानमंत्री थे उस दौर में अवधेश सिंह बुलंदियों पर थे फिर भी उन्होंने अपने को लूट घसोट और भ्रष्टाचार से पूर्णतया दूर रखा। अवधेश सिंह ने आजीवन संघर्ष का रास्ता चुना, अभावों की पराकाष्ठा झेली लेकिन कभी किसी के दबाव में नहीं आए और न ही कभी सिद्धांतो से समझौता किया। उनका पूरा जीवन संघर्ष और आंदोलनों से जुड़ा रहा, वह बड़े बड़े आंदोलनों के हिस्सा रहे अवधेश सिंह नाम ही आंदोलन का परिचय था। जनहित के मुद्दों पर जब कहीं आंदोलन की जरूरत पड़ी तो वह सबसे आगे रहते थे,उनके बगैर आंदोलन अधूरा माना जाता था। बहुत ही मजबूत व्यक्तित्व के धनी अवधेश सिंह की विगत 14 अप्रैल को अचानक तबियत बिगड़ने पर उन्हें करनैलगंज के एक निजी चिकित्सालय लाया गया जहां 5 दिनों तक इलाज के बाद उन्हें लोहिया संस्थान लखनऊ ले जाया गया। लोहिया अस्पताल में इलाज के दौरान वह जीवन में आज अंतिम बार हार गए। अवधेश सिंह के निधन से पूरे जिले में शोक की लहर व्याप्त है। उक्त जानकारी अवधेश सिंह के बड़े सुपुत्र योगेश प्रताप सिंह उर्फ राजू ने दी ।
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