सुहागिनों ने गणगौर का किया पूजन अर्चन
रुपईडीहा, बहराइच। इंडो नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में महिलाओं के लिए अखंड सौभाग्य पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इसमें महिलाओं ने पूजा अर्चना की। ज्ञातव्य हो कि चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाने वाला गणगौर महा पावन पर्व महिलाओं के लिए अखंड सौभाग्य प्राप्ति का पर्व है। वास्तव में गणगौर पूजन मां पार्वती व भगवान शिव की पूजा का दिन है। अखंड सौभाग्य की कामना का पर्व गणगौर गुरुवार को रुपईडीहा मे परंपरागत रूप से मनाया गया। सुहागिनों ने सुबह विधिवत गणगौर का पूजन किया। नवविवाहिताएं अपने मायके में चली जाती हैं व वहीं पूजन करती हैं। यह पर्व हरियाणा, राजस्थान, पश्चिम उत्तर प्रदेश व जहां इन क्षेत्रों गया मारवाड़ी समाज जहां भी होता है वह इस पर्व को मनाता है। चमकण घाघरो चमकण चीर व गौर हे गणगौर माता खोल किवाड़ी-बाहर ऊबी थारी पूजण वारी आदि मारवाड़ी गीतों से गणगौर का पूजन करती हैं। शाम को पूजन करने बाद स्थानीय राम जानकी मंदिर में बने कुएं में गीत गाती हुई श्रद्धापूर्वक इन प्रतिमाओं को विसर्जित कर देती हैं। रुपईडीहा अग्रवाल परिवार की सुषमा, ऊषा, ज्योति, ऋचा, नेहा, रुचि, ऋतु, शर्मा परिवार की शालिनी, मीना, शिवानी, सीमा, कोमल, विनीता सहित पचासों की संख्या में महिलाएं इस महा पावन पर्व मे शामिल रही।
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