करनैलगंज/गोण्डा–सोमवार को सरयू डिग्री कॉलेज के तत्वाधान में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के दूसरे दिन प्रथम एवं दूसरी इकाई के स्वयंसेवकों को प्रथम सत्र में 7 टोलियों में बांटकर ग्राम सीर पुरवा,कचनापुर डीहा,बसुआ एवं नेपाल पुरवा आदि गांवों में जाकर ग्रामवासियों को शिक्षा के प्रति विशेष रुप से जागरूक करने के लिए प्रेरित किया।
तथा द्वितीय सत्र के बौद्धिक कार्यक्रम का शीर्षक "आपदा प्रबंधन में युवाओं की भूमिका" के बारे में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आर.बी .सिंह जी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्वयंसेवियों को बताया कि"वर्तमान में विभिन्न प्रकार की आपदाओं से निपटने के लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति के साथ-साथ हमारे युवा वर्ग की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।"इसके अतिरिक्त प्राध्यापक रवीन्द्र प्रताप सिंह ने स्वयंसेवियों को बताया कि आपदा केवल बाढ़ और भूकंप ही नहीं सामान्य जीवन में घटित होने वाली आपदाओं के लिए भी हमें तैयार रहना चाहिए।
इस बौद्धिक कार्यक्रम में स्वयंसेवी खुशी शुक्ला शिवदीप वर्मा ,सना ,रिंकी जोशी ,अलकमा ,खुशी गौड़, आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर महाविद्यालय वरिष्ठ प्राध्यापक जगन्नाथ तिवारी, त्रिपुरारी दुबे, रविंद्र प्रताप सिंह, शैलेंद्र बहादुर सिंह,विनोद पांडेय, प्रेम तिवारी,डॉक्टर दीपक श्रीवास्तव, अमित सिंह, पवन कुमार मिश्र, रवी सिंह, उमेश पाठक, यदुनाथ पांडे, स्वामी नाथ चौधरी शिवकुमार मौर्य, प्रवेश कुमार ,अमरेश मौर्य, बृजेश सिंह ,राहुल श्रीवास्तव, मार्शल स्टालिन आदि अध्यापक गण उपस्थित रहे।
इसके अतिरिक्त रणवीर सिंह तथा मोहिनी,सदफ अंसारी, मुस्कान अंसारी, शालिनी गौतम, मधु सरोज, मधु कश्यप, मानसी रावत, मुस्कान ,आदर्श वर्मा ,अंशू सिंह, नैंसी सिंह सहित तमाम संख्या में स्वयं सेवक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अगले दिन के रूपरेखा को कार्यक्रमाधिकारी ममता मिश्रा एवं विजय कुमार यादव द्वारा बताकर इसका समापन किया गया।
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