करनैलगंज/गोण्डा - हजारों लोगों के दिलो में बसने वाले मजबूर व लाचार और बेसहारा लोगों के मसीहा माने जाने वाले हरदिल अजीज राजमणि तिवारी 53 वर्ष का आज लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया,उनके निधन की ख़बर पर उनके पैतृक आवास पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी। क्षेत्र के पैरौरी गांव निवासी व एक नहीं बल्कि अनेकों चेहरों की मुस्कान रहे राजमणि तिवारी का पूरा जीवन पीड़ित ,बेसहारा लाचार और जरूरतमंद लोगों के लिए समर्पित रहा। ईमानदारी के प्रतीक,बेहद सादगी पसंद और हंसमुख व्यक्तित्व के धनी राजमणि तिवारी ने डॉ.एकलाख लारी (कर्नलगंज) की क्लीनिक से अपनी सेवा की शुरूआत की और करीब 30 साल तक दिल्ली के जाने माने जीवनमाला हॉस्पिटल (करोलबाग) में बतौर मैनेजर अपनी सेवाएं दी। इस दौरान सामाजिक सेवाभाव स्वभाव के चलते अपने सेवाकाल के दौरान क्षेत्र के सैकड़ो लोगो को दिल्ली ले जाकर उन्हें मेडिकल क्षेत्र की सेवाओं से जोड़कर उन्होंने रोजगार देने का काम किया । इतना ही नहीं अपने सेवाकाल काल के दौरान राजमणि तिवारी ने केवल क्षेत्र, जिला ज्वार ही नहीं बल्कि अन्य जिलों के न जाने कितने बेहसरा और प्रभावशाली लोगो को दिल्ली एम्स ,गंगाराम हॉस्पिटल तथा डा.राम मनोहर लोहिया अस्पताल, जैसे बड़े अस्पतालों जहां लोगो का डाक्टर तक पंहुचना आसान नहीं था, ऐसे बड़े संस्थानों के डाक्टरों से संपर्क सुलभ कराकर लोगो की सेवाएं देने का काम किया। समाज की सेवा करते- करते विगत दिनों वह एक असाध्य बीमारी से ग्रस्त हो गए और लंबे इलाज के बाद गुरूवार को उन्होंने अंतिम सांस लेकर दुनिया को अलविदा कह दिया। राजमणि तिवारी के आसामायिक निधन की ख़बर पर उनके पैतृक आवास पर क्षेत्रवासियों,सगे संबंधियों और इष्ट मित्रों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। उनके अंतिम दर्शन के बाद हर शख्स की आंखें नम दिखीं।
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