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Feb 22, 2024

पुण्यतिथि पर याद किए गए अबुल कलाम आजाद

 पुण्यतिथि पर याद किए गए अबुल कलाम आजाद


बहराइच। सेनानी भवन सभागार में स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद्, पत्रकार, लेखक और भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की पुण्यतिथि मनाई गई। कार्यक्रम में सेनानी उत्तराधिकारियों ने मौलाना आजाद के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान और उनके संघर्षशील जीवन वृत्त पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संगठन के प्रदेश कार्यवाहक महामंत्री रमेश कुमार मिश्र ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया। सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के जिला संरक्षक अधिवक्ता अनिल त्रिपाठी ने कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म 11 नवंबर 1888 को हुआ था। वो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे। उनके मार्गदर्शन में ही इंडियन काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेसंश साहित्य अकादमी, ललित कला अकादमी, संगीत नाटक अकादमी और सीएसआईआर की भी स्थापना की गई थी। वरिष्ठ समाजसेवी एवं अधिवक्ता वीर बहादुर सिंह ने कहा कि मौलाना आजाद 1920 से 1945 के बीच देश के स्वतंत्रता आन्दोलन में कई बार जेल गए। इस अवसर पर अधिवक्ता अश्विनी मिश्र, अजय त्रिपाठी, पवन सिंह, राहुल चैधरी, गोपाल त्रिपाठी, मुकेश श्रीवास्तव सहित तमाम राष्ट्र भक्त मौजूद रहे।

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