विभागीय उदासीनता के चलते शुद्ध पेयजल योजना कई वर्षों से अधर में
रूपईडीहा, बहराइच। अंतर्राष्ट्रीय कस्बा रूपईडीहा में वर्ष 2017 में करीब सात करोड़ की लागत से पेयजल योजना का निर्माण कराया गया। टंकी बनवाकर पूरे कस्बे में पाइप लाइन डाली गई। पेयजल योजना से करीब 30 हजार आबादी को जलापूर्ति की जानी थी। निर्माण के सात साल बाद भी पेयजल योजना नगर पंचायत को हैंडओवर नहीं हुई है। बताते चले इस परियोजना के माध्यम से कस्बे में घर-घर तक पानी पहुंचाना था। टोटी से पानी पहुंचाने के लिए पाइपलाइन भी बिछाई गई। लेकिन इस परियोजना का आज तक ट्रायल नहीं किया गया। अब पाइप लाइन जर्जर हो गई है। जिम्मेदारों ने धन खपाने के बाद परियोजना की तरफ पलट कर नहीं देखा। नगर पंचायत के लोग अभी भी शुद्ध पेयजल की आस लगाए बैठे हैं। लोगो का कहना है कि शुद्ध पेयजल पहुंचाने की मंशा पर जिम्मेदार लोग पलीता लगा रहे हैं। सरकार द्वारा इस परियोजना के तहत बनाए गए स्वच्छ जल मिशन के तहत योजनाएं धरातल पर सफल होती नजर नहीं आ रही हैं। विभागीय उदासीनता के चलते शुद्ध पेयजल योजना कई वर्षों से अधर में लटका हुआ है। कई बार विभागीय अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद भी वाटर सप्लाई चालू नहीं की जा सकी है।
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