आर के मिश्रा
परसपुर गोण्डा।। समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परसपुर के सभागार में छोटे बच्चों की गृह आधारित देखभाल (HDYC) के अन्तर्गत
आशा/संगीनी,एएनएम,एच एस, आंगनबाड़ी का पाँच दिवसीय ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन सीएचसी अधीक्षक की अध्यक्षता में किया गया। उक्त प्रशिक्षण के दौरान स्वास्थ्य शिक्षा आधीकरी के नेतृत्व में उपस्थित समस्त आशा/संगिनी,एएनएम,एच एस, आंगनबाड़ी, की 18 मिनट की लिखित परीक्षा कराई गई। तदुपरांत
छोटे बच्चों की बेहतर देखभाल के लिए होम बेस्ड यंग चाइल्ड केयर कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस दौरान बच्चों के छह माह तक स्तनपान पर बल, पूरक आहार,आवश्यक खनिज तत्वों वाले भोजन की उपलब्धता, परिवार नियोजन व संपूर्ण टीकाकरण पर विस्तार से जानकारी दी गई। सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर लोकेश शुक्ला ने बताया कि पाच वर्ष से कम आयु के दस बच्चों में से लगभग चार बच्चों का उनकी उम्र के अनुपात में वजन कम होता है। पाच वर्ष से कम आयु के दस में से लगभग दो बच्चों का लंबाई के हिसाब से वजन कम होता है। वहीं पाच वर्ष से कम आयु के दस बच्चों में से लगभग चार बच्चों की लंबाई उम्र के हिसाब से नहीं बढ़ती है और इन सब का कारण कुपोषण है। इसे ध्यान में रखते हुए छोटे बच्चों की बेहतर देखभाल के लिए एचबीवाईसी कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। उन्होंने बताया छोटे बच्चों की गृह आधारित देखभाल में आशा की अहम भूमिका होती है। वह घर-घर जाकर पोषण संबंधी जानकारी, स्तनपान का महत्व, उपरी भोजन और भोजन में आवश्यक खनिज तत्वों की उपलब्धता पर तकनीकी जानकारी लोगों को देती है। इसके लिए आशाओं को भी इनकी संपूर्ण जानकारी रखना जरूरी है ताकि लोगों को समुचित जानकारी दी जा सके। एचबीवाईसी के प्रशिक्षक स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप पाण्डेय,ब्लॉक कम्युनिटी प्रोसेस प्रबंधक सुरेंद्र यादव, एबी सिंह, सरिता श्रीवास्तव ने अन्य तमाम जानकारी दी है।
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