Breaking





Jun 15, 2023

बृजभूषण सिंह के परिवार को चुनाव लडने से रोकना आत्मघाती कदम,एमएलसी ने खेलमंत्री को भेजा पत्र

 

लखनऊ - कुश्ती संघ के चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह के परिवार और सहयोगियों के चुनाव लडने पर लगाई गई रोक से असंतुष्ट एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह ने खेल मंत्री को पत्र लिखकर इसे आत्मघाती कदम बताते हुए नाराजगी जाहिर की है,और ऐसे निर्णय से बचने की सलाह दी है। खेल मंत्री भारत सरकार को भेजे गए पत्र में विधान परिषद सदस्य देवेन्द्र प्रताप सिंह ने लिखा है कि  14 जून 2023 को जनपद लखनऊ से प्रकाशित एक अखबार के पृष्ठ संख्या- 10 पर प्रकाशित कुश्ती महासंघ के चुनावी मैदान में 06 जुलाई. 2023 को बृजभूषण शरण सिंह के परिवार एवं उनके सहयोगियों का कोई व्यक्ति नहीं लड़ सकता है। इस हेडलाइन के नीचे छपी खबर स्तब्धकारी और क्षत्रिय समाज के लिए अपमानजनक है। इस खबर में अखबार ने लिखा है कि दिनांक 07 जून, 2023 को खेल मंत्री और पहलवानों के साथ हुयी बैठक में सहमति बनी थी कि  सांसद बृजभूषण के परिवार और सहयोगी चनुाव नहीं लड़ेंगे। इस खबर का संज्ञान लेते हुए एम एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह ने लिखा है कि यदि ऐसी सहमति बनी है तो यह लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ होगी। उन्होंने  कहा कि पहलवानों का धरना राजनीति से प्रेरित और  प्रधानमंत्री मोदी जी के विरोधियों की रणनीति के साथ ही खेल संघ पर कब्जे का कुत्सित प्रयास है। खेल संघ पर कब्जा हो इसी लक्ष्य को तय करके धरना देने वाले पहलवानों ने नैतिक पतन की गहराई में गिरकर कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष सांसद  बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ साजिश के तहत आधारहीन, कपोलकल्पित, झूठे आरोप लगाये हैं। धरना देने वाले पहलवान मोदी विरोधियों द्वारा टूलकिट की तरह इस्तेमाल होते रहें है। नाजायज मांगो के लिये झुकने का कोई अंत नही होगा बल्कि एक ऐतिहासिक राजनीतिक भूल होगी। खेल मंत्री को लिखे गए पत्र में आगाह करते हुए एमएलसी ने कहा है कि चुनाव निष्पक्ष, पारदर्शी और सभी के लिये खुला अवसर उपलब्ध होना चाहिए। सांसद बृजभूषण शरण सिंह के परिवार और सहयोगियों को चुनाव लड़ने से रोकना एक आत्मघाती कदम होगा। इस फैसले से उ०प्र० की राजनीति में समाज का एक बड़ा और महत्वपूर्ण हिस्सा अपमानित महसूस करेगा। ऐसी स्थिति में खेल मंत्री के रूप में ऐसी सहमति देने से आपको बचना चाहिए।

No comments: