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May 30, 2023

डीएम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक

 डीएम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक

बहराइच । सोमवार को देर शाम कलेेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एस.के. सिंह को निर्देश दिया जिले के समस्त स्वास्थ्य केन्द्रों पर्याप्त साफ-सफाई, रंग-रोगन, बिजली-पंखे, फर्नीचर, दरवाजों एवं खिड़कियों की आवश्यक मरम्मत कराकर वहां पर मरीजों एवं उनके साथ आने वाले तीमारदारों के बैठने, पेयजल एवं प्रसाधन के बेहतर से बेहतर प्रबन्ध किये जाए। डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों पर मानक के अनुसार चिकित्सकों, पैरा मेडिकल स्टाफ, दवाओं, उपकरण इत्यादि का समुचित प्रबन्ध कर अपग्रेड किया जाए जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अपने घर के आस-पास ही बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलने लगे। डीएम ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित स्वास्थ्य केन्द्रों के अपग्रेडेशन से जिला चिकित्सालय आने वाले मरीजों की संख्या में कमी आएगी। जिसका परिणाम यह होगा कि चिकित्सालय में भी मरीजों को अपेक्षाकृत बेहतर इलाज मुहैय्या हो सकेगा। सीएमओ को निर्देशित किया गया कि विगत चार माह में सबसे खराब प्रगति वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को परफार्मेन्स रिपोर्ट के साथ चेतावनी पत्र तथा अच्छी प्रगति हासिल करने वाले तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की प्रशन्सा का उल्लेख बैठक की कार्यवृत्ति में किया जाए। उन्होंने सीएमओ को यह भी निर्देश दिया कि आगामी बैठक में शासनादेश के अनुसार निर्धारित प्रारूप पर तुल्नात्मक डाटा भी प्रस्तुत किया जाय। बैठक के दौरान सीएमओ डॉ. सिंह ने बताया कि हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टरों पर चिकित्सक एवं सीएचओ द्वारा 7540 लोगों को ई-संजीवनी ओ.पी.डी. के तहत नान-कम्युनिकेशन डिजीज-ब्लड शुगर, कैंसर, हाईपरटेंशन आदि की जांच कर उन्हें चिकित्सकीय उपचार हेतु परामर्श प्रदान किया गया। डीएम ने निर्देश दिया कि जिले के समस्त पीएचसी एवं उपकेन्द्र स्तर पर स्थापित हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर्स को क्रियाशील कर अधिक से अधिक लोगों को ई-संजीवनी ओ.पी.डी. से आच्छादित किया जाए। डीएम ने वर्तमान प्रगति को नाकाफी बताते हुए इसमें गुणात्मक सुधार लाए जाने के निर्देश दिये गये। बैठक में फर्स्ट रेफरल यूनिट (एफ.आर.यू.) की समीक्षा के दौरान बताया गया कि सिजेरियन प्रसव हेतु जिले में जिला चिकित्सालय (मेडिकल कालेज) व सीएचसी नानपारा, कैसरगंज, महसी, मोतीपुर व पयागपुर कुल 06 एफ.आर.यू. क्रियाशील हैं। डीएम ने निर्देश दिया कि इन्हें मैन पावर व अन्य संसाधनों के साथ क्रियाशील रखते हुए गर्भवती महिलाओं को चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा के दौरान डीएम मोनिका रानी ने निर्देश दिया कि जिले के शत-प्रतिशत अन्त्योदय कार्डधारकों एवं सामाजिक आर्थिक जनगणना वर्ष 2011 की सूची में दर्ज पात्र लाभार्थियों को युद्ध स्तर पर गोल्डेन कार्ड बनाकर उन्हें स्वास्थ्य सुरक्षा कवच धारण कराया जाए। बैठक का संचालन डीपीएम सरजू खान ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एस.के. सिंह, डीडीओ महेन्द्र कुमार पाण्डेय, प्रभारी चिकित्साधिकारीगण, बाल विकास परियोजना अधिकारी तथा अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे ।

                  

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