दसिया निवासी 38 वर्षीय चंद्र कुमार सिंह पुत्र सतीश सिंह दो जनवरी को तीन बजे घर से निकले। जो फिर घर लौट के नहीं आए। जिस पर उनका परिवार काफी खोजबीन किए। लेकिन पता नही चला। जिस पर पिता सतीश सिंह पुत्र स्वर्गीय हरीराम सिंह ने 24 जनवरी को रुधौली थाने पर आकर गुमशुदगी दर्ज कराई थी। 40 दिन के लगभग 11 फरवरी दिन शनिवार को दोपहर साढ़े बारह बजे दसिया गांव में स्थित शिव मंदिर के पास पोखरे में उनका शव तैरता हुआ देखा गया। गांव के लोग भैस चरा रहे थे। तभी उन लोगों ने चंद्र कुमार सिंह के शव को तैरता हुआ देखें। जिस पर गांव में शोर मच गया। गांव में हड़कम्प मच गया। परिवार में रोना पीटना पड़ गया।
प्रधान प्रतिनिधि राजकुमार चौहान ने इसकी सूचना रुधौली पुलिस को दी। जिस पर मौके पर सीओ प्रीति खरवार तथा प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार हमराहियों के साथ पहुंचकर शव को बाहर निकलवाकर छानबीन किया। मौके पर फॉरेंसिक टीम भी पहुंच कर घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मृतक चंद्र कुमार सिंह घर पर रहकर खेती बारी करते थे। वह पांच साल पहले दिल्ली में रहकर प्राइवेट नौकरी करते थे। मृतक चंद्र कुमार सिंह दो भाइयों में सबसे छोटे भाई थे। बड़े भाई रवि सिंह बस्ती स्थित सरला इंटरनेशनल स्कूल में टीचर हैं। मृतक चंद्र कुमार सिंह के पास एक पुत्र दस वर्ष का है।
पत्नी के शव मिलने की घटना को सूनकर रागनी सिंह के पैरों तले से जमीन खिसक गई। पति की मौत को लेकर रोती बिलखती रही। प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिर्पोट आने के बाद ही कुछ जानकारी मिलेगी। छानबीन की जा रही है।
रुधौली बस्ती से अजय पांडेय की रिपोर्ट
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