हाइवे के किनारे दोनों ओर कतारबद्ध खडे लोगों ने शिला का स्वागत किया। इस दौरान शिला आने वाले मार्ग पर स्वागत के लिए फूल बिछाए गए थे। शालिग्राम शिला को छूने के लिए लोग आतुर रहे। श्रद्धाभाव के साथ लोगों ने शालिग्राम शिला को स्पर्श किया। शालिग्राम रथ इसके बाद यहां से अयोध्या के लिए रवाना हुआ।
6 करोड़ साल पुरानी है शिलाएं
नेपाल से आई शालिग्राम शिलाओं से अयोध्या में प्रभु श्री राम और माता सीता की मूर्ति बनाई जानी है। 6 करोड़ साल पुरानी इन शालिग्राम शिलाओं को तराश कर प्रभु श्री राम के बाल स्वरूप और माता सीता के विग्रह का निर्माण किया जाएगा।
शिला का भव्य स्वागत करने के लिए लोग उमड़े
विश्व हिन्दू परिषद के गोपेश पाल ने कहा कि यह हमारे जीवन का अभूतपूर्व क्षण है। हम इस क्षण के साक्षी बने यह गौरव की बात है। नेपाल के काली गंडक नदी से निकली शालिग्राम शिलाओं से अयोध्या में भगवान श्री राम और माता सीता का विग्रह बनाया जाएगा। इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। बडेवन टोल प्लाजा सहित पटेल चौक, कप्तानगंज आदि में शालिग्राम शिला का भव्य स्वागत करने के लिए लोग उमडे। इस दौरान श्रद्धालुओं के हुजुम को देखते हुए सुरक्षा व्याप्क प्रबन्ध किए गए थे।
रुधौली बस्ती से अजय पांडे की रिपोर्ट
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