लखनऊ के मोहनलालगंज में पुलिसकर्मियों द्वारा दो अधिवक्ताओं को पीटे जाने पर अधिवक्तागण उग्र हो गए। शनिवार की सुबह अधिवक्ता कोतवाली के बाहर धरने पर बैठ गए। लखनऊ-रायबरेली राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया। इससे वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
अधिकारियों के समझाने पर किसी तरह मामला शांत हुआ। परंतु अचानक दोपहर 1 बजे के आसपास वे पुनः धरने पर बैठ गए। इससे मार्ग पर फिर से यातायात ठप्प गया। लगभग 3 घंटे से हाईवे पर जाम लगा हुआ है। जानकारी होने पर पुलिस-प्रशासन की टीम पहुंच गई।
अधिवक्ता अश्वनी राठौर और अरुण ओझा रायबरेली की ओर से कार से लखनऊ जा रहे थे। इस दौरान शुक्रवार रात में मोहनलालगंज में एक स्वास्थ कर्मी की बाइक में टक्कर मार दी। स्थानीय लोगों ने दोनों अधिवक्ताओं पर नशे में वाहन चलाने का आरोप लगाया था। इसके बाद उनकी पिटाई कर दी थी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। पुलिस दोनों वकीलों को कोतवाली लेकर चली गई थी। अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने 2 अधिवक्ताओं को हिरासत में लेकर बेरहमी से पीटा। इससे वकील बेहद नाराज़ थे।
शनिवार की सुबह 11 बजे अतरौली में उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक का कार्यक्रम भी था। इससे पहले ही अधिवक्ता एकजुट होकर मोहनलालगंज कोतवाली पहुंच गए। जिससे उच्च अधिकारियों के हाथपांव फूल गए अधिवक्ताओं ने पुलिस पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए लखनऊ-रायबरेली नेशनल हाईवे पर पुनः धरने पर बैठ गए। मौके पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी पहुंच गई। वकील एक पुलिसकर्मी को खींचकर ले जा रहे थे। कई बार पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच हाथापाई भी हुई। अधिकारियों ने वकीलों को कार्रवाई का आश्वासन देकर उन्हें शांत करा दिया। इसके बाद ही अतरौली में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का कार्यक्रम शरू हो गया।
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