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Nov 20, 2024

November 20, 2024

शीतलहर व ठंड से बचाव के लिए जारी की गयी एडवाईज़री

 शीतलहर व ठंड से बचाव के लिए जारी की गयी एडवाईज़री

बहराइच । शीतलहर व ठंड से बचाव के लिए जिला आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण, बहराइच द्वारा क्या करें और क्या न करें के सम्बन्ध में एडवाईज़री जारी की गयी है। अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव की ओर से जारी सुझावों में आमजन से अपेक्षा की गई है कि स्थानीय रेडियो सुने, समाचार पत्र पढ़ें, टी0वी0 एवं मोबाइल फोन के माध्यम से मौसम की जानकारी लेते रहें, दिये गये सलाह के अनुसार कार्य करें। स्वेटर, टोपी, मफलर, कम्बल, गर्म कपड़े जैसे ऊनी कपड़े इत्यादि का प्रयोग करें, आवश्यकतानुसार अलाव जलायें जिससे ठंड से बचा जा सके। आपातकालीन आपूर्ति तैयार रखें। शरीर में ऊष्मा प्रवाह को बनाये रखने के लिए निरन्तर गर्म पेय पदार्थों का सेवन करते रहें। ठंड में जहां तक हो सके घर में ही रहें, खुले वाहन तथा ज्यादा दूरी वाली यात्रा करने से बचें।ठंड के मौसम में अपने आपको सूखा रखें, फिटिंग वाले ऊनी कपड़ों की कई परतें पहनें। शरीर के तापमान का संतुलन बनाये रखें। उचित भोजन, विटामिन-सी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं। अत्यधिक ठंड/कोहरा पड़ने पर बुजुर्ग लोगों तथा बच्चों का ध्यान रखें, अकेले रहने वाले पड़ोसियों की जांच करें। हाइपोथर्मिया के लक्षणों पर नजर रखें जैसे-असामान्य शरीर का तापमान, बेहोशी, असीमित ठिठुरन, थकान, तुतलाना इत्यादि जैसी स्थिति उत्पन्न होने पर नजदीकी अस्पताल में सम्पर्क करें। शीतदंश (फ्रासबाईट) के लक्षणों पर नजर रखें जैसे-शरीर के अंगों का सुन्न पड़ना, हाथों व पैरों की उंगलियों, नाक, कान आदि पर सफेद या पीले दाग उभर आने पर अपने नजदीकी अस्पताल में सम्पर्क करें।एडीएम ने आमजन को सुझाव दिया है कि ठंड व शीतलहर से बचाव के दृष्टिगत अपने सिर, गर्दन, हाथ और पैर की उंगलियों को पर्याप्त रूप से ढकें। ठंड में फर्श तथा हरे घास पर नंगे पैर न चलें। कोयले की अंगीठी/हीटर का प्रयोग करते समय सावधानी बरतें तथा कमरे में शुद्ध हवा का आवागमन/वायु संचार बनाये रखें ताकि कमरे में विषाक्त/जहरीला धुआं एकत्र न हो। रात्रि में सोते समय बन्द कमरे में हीटर/अंगीठी का प्रयोग कदापि न करें। बन्द कमरे में हीटर/अंगीठी के प्रयोग से ऑक्सीजन स्तर घट जाता है जिसके कारण दम घुटने की सम्भावना बन सकती है। कोहरे में वाहन चलाते समय सावधानी बरतें, फॉग लाइट जलायें रखें, वाहन पर रेडियम स्टीकर लगायें।

                            

November 20, 2024

किसानों की समस्याओं का समयबद्धत्ता के साथ करें निस्तारण: सीडीओ

 समूहों के माध्यम से कृषि आधारित अन्य व्यवसाय अपनाने को किसानों को दी गयी सलाह

जैविक उत्पाद विक्रय हेतु सीडीओ ने हरी झण्डी दिखाकर वैन को किया रवाना 

बहराइच । कृषकों की समस्याओं के निराकरण हेतु विकास भवन सभागार में आयोजित किसान दिवस एवं कृषक उत्पादक संगठनों द्वारा कराये जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र ने बताया कि एफपीओ संतृप्तिकरण अभियान के अन्तर्गत एफपीओ को विभिन्न प्रकार के लाइसेंस दे दिये गये है। उन्हें नये-नये व्यवसाय अपनाने का सुझाव दिया। सीडीओ ने गत बैठक में प्राप्त शिकायतों के निस्तारण की बिन्दुवार समीक्षा की तथा निर्देश दिया कि जो भी किसानों की शिकायते प्राप्त हो सम्बन्धित अधिकारी समबद्ध उसका निस्तारण सुनिश्चित करें तथा आख्या समय से उप निदेशक कृषि को संकलन हेतु उपलब्ध करा दें तथा बैठक में आख्या सहित उपस्थित रहे। सीडीओ ने जनपद के उपस्थित किसानों से फार्मर रजिस्ट्री कामन सर्विस सेण्टरों पर जाकर करवाने का निर्देश दिया। उन्होनें बताया कि फार्मर रजिस्ट्री बनवाने से किसान के सभी गाटों का रिकार्ड तैयार होगा। राज्य सरकार एवं भारत सरकार द्वारा संचालित योजनाओं में आवश्यकता के क्रम में अलग से खतौनी की समस्या समाप्त होगी। सरकारी अनुदान समय से मिल सकेगा तथा किसान क्रेडिट कार्ड, फसली ऋण, फसल बीमा योजना, किसान सम्मान निधि योजना सहित अन्य योजनाओं का लाभ सरकार को प्रदान करने में कोई समस्या नही उत्पन्न होगी। सीडीओ ने बताया कि 25 नवम्बर तक किसान स्वयं अपनी फार्मर रजिस्ट्री करा सकेगें। 25 नवम्बर के बाद कृषि विभाग, राजस्व विभाग, मनरेगा, पंचायत सहायक की ड्यूटी लगाकर तथा कैम्प आयोजन कराकर शत प्रतिशत किसानों की फार्मर रजिस्ट्री तैयार की जायेगी। सीडीओ उपस्थित कृषक उत्पादक संगठनों को निर्देश दिया कि प्रत्येक एफपीओ के पास 100 से 1000 कृषक जुड़े हुए है वे 25 नवम्बर तक अपने सदस्यों की फार्मर रजिस्ट्री कराना सुनिश्चित करे। उप कृषि निदेशक टी.पी. शाही ने सभी उपस्थित किसानों तथा एफपीओ निदेशक से फार्मर रजिस्ट्री कराने की अपेक्षा की। उन्होनें किसानों को विभाग की योजनाओं की जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि विभाग की योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी आय वृद्धि करें। रसायनिक खादों का प्रयोग कम से कम करें इससे भूमि की उर्वरा शक्ति क्षीण होती है प्राकृतिक खेती के तरफ विशेष ध्यान दे। जैविक खेती से जैविक उपज की बाजार में दो से चार गुने मूल्य प्राप्त होता है। उन्होनें किसानो को सलाह दी कि अपनी फसल अवशेष को जलाये नही बल्कि कम्पोस्ट खाद बनाकर अपने खेतो में डाले इससे खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी। आप सभी अपने आस-पास के किसानों को पराली जलाने से रोकें। उप निदेशक कृषि ने किसानों को बताया कि जनपद में इफ्को के पास 10 ड्रोन उपलब्ध हो गये है। नैनो डीएपी एवं नैनो यूरिया का उपयोग करें। उन्होनें बताया कि डीएपी में प्रयुक्त राक फासफेट विदेशों से मंगाना पड़ता है। जिसपर भारत की मुद्रा अत्यधिक खर्च हो रही है। बैठक में उपस्थित इफ्को के क्षेत्रीय प्रबन्धक सर्वजीत कुमार वर्मा ने बताया कि नैनो डीएपी एवं नैनो यूरिया का उपयोग एक एकड़ में करें। यदि उत्पादन कम होता है तो इफ्को कम्पनी उसकी भरपाई करेगी। श्री वर्मा ने किसानों को बताया कि हमारे यहां 10 ड्रोन उपलब्ध हो गये है दूरभाष पर अवगत कराने पर तत्काल उपलब्ध कराया जायेगा। सीडीओ ने प्रगतिशील किसानों लालता प्रसाद गुप्ता, जितेन्द्र कुमार सिंह, बब्बन सिंह, निरंजन लाल वर्मा सहित 05 किसानों को ट्रायल के रूप में नैनो डीएपी, नैनो यूरिया तथा सागरिका निःशुल्क भेंट की तथा जिले के सभी किसानों को नैनो डीएपी, नैनो यूरिया का उपयोग कराने का सुझाव दिया। सीडीओ ने बताया कि पूर्व में पश्चिम के किसान गन्ने को साधारण तरीके से बुआई करते थे। जिससे उत्पादन कम होता था जैसे ही उनके द्वारा ट्रेंच विधि सहित अन्य तकनीक का उपयोग कर गन्ना बुआई की गयी, उत्पादन हजार कुण्टल से अधिक होने लगा। इसी प्रकार नैनो डीएपी, नैनो यूरिया एक नई तकनीक से बनी उर्वरक है जो अपने देश में ही बनायी गयी है का उपयोग करने लगेगें तो उर्वरकों पर होने वाला भारी भरकम धनराशि की भी बचत होगी। उन्होनें डीडी एग्री कल्चर से कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों के माध्यम से इफ्को से समन्वय कर प्रत्येक कर्मचारियों से 02-02 एकड़ परिक्षेत्र पर प्रदर्शन कराये। उन्होने एआर कोआपरेटिव से भी सचिव साधन सहकारी समिति के माध्यम से भी इफ्को से नैनो डीएपी, नैनो यूरिया का उपयोग करवाना सुनिश्चित करें। इफ्को के एरिया मैनेजर को निर्देश दिया कि प्रदर्शन परिक्षेत्रों का बोर्ड लगाकर किसानों को इसके लाभ के बारे में बताए। इस अवसर पर लालता प्रसाद गुप्ता ने 32 बीजी नलकूप से पानी पहुंचाने, बब्बन सिंह ने चीनी मिलों के अधिकारियों को भी बैठक में बुलाने का आग्रह किया। समय प्रसाद मिश्र ब्लाक प्रमुख पयागपुर प्रतिनिधि ने पयागपुर क्षेत्र के राजकीय नलकूपों का सर्वे कराने तथा नाली आदि मरम्मत कराने को कहा। पयागपुर क्षेत्र के कृषक ने कहा कि मण्डी पोर्टल पर धान का रेट पुराना प्रदर्शित हो रहा है जिसे सही कराने का सुझाव दिया। जिला कृषि अधिकारी डॉ सूबेदार यादव ने जिले में खाद व बीज की उपलब्धता की जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में पर्याप्त मात्रा में एनपीके एसएसपी, डीएपी खाद व बीज उपलब्ध है। उन्होनें डीएपी के स्थान पर एनपीके फर्टिलाइजर/नैनो यूरिया का अधिक से अधिक उपयोग करने की सलाह दी। उर्वरक सम्बंधी किसी भी समस्या के सम्बंध में मुझे सीधे अवगत करा सकते है। इस अवसर पर सचिव मण्डी धनन्जय सिंह, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत बहराइच शैलेन्द्र कुमार, नानपारा रंजीत कुमार व विष्णु कुमार, केबीके बहराइच के डॉ अरूण कुमार राजभर, प्रभारी डॉ शेलेन्द्र सिंह, माया देवी, सहायक अभियन्ता टूयूबेल नेम सिंह सहित बड़ी संख्या में कृषक मौजूद रहे। बैठक के उपरान्त सीडीओ ने परम्परागत कृषि विकास योजना अन्तर्गत जैविक उत्पाद की बिक्री हेतु एक नई वैन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। 

                   

November 20, 2024

कर्नलगंज: ट्रैक्टर की टॉपलिंग व पटरे के बीच दबकर पूर्व प्रधान के बेटे की दर्दनाक मौत

 


करनैलगंज/ गोण्डा - अपने ही दरवाजे पर ट्रैक्टर की टॉपलिंग व पटरे के बीच दबकर पूर्व प्रधान के बेटे की दर्दनाक मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक भभुआ क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत राजेपुर मलौली के पूर्व प्रधान दुःखहरन सिंह का लड़का कृष्ण प्रताप सिंह उर्फ मोनू सिंह ने दरवाजे पर हैरो खोलते समय हायड्रोलिक उठाए और ऊपर दोनों मेडिगॉड को जोड़ते हेतु पटरा लगाए थे, इसी दौरान अनहोनी के चलते वह टॉपलिंग और पटरे के बीच दब गए। बताया जा रहा है कि इस दौरान मौके पर कोई दूसरा व्यक्ति भी नहीं जो उनकी मदद कर सके। कुछ देर बाद किसी ने आकर देखा और दौड़कर हायड्रोलिक नीचे किया, लेकिन तब तक उसमें दबकर उनका दम टूट चुका था। कृष्ण प्रताप सिंह के आकस्मिक निधन से स्वजनों में कोहराम मच गया ।

November 20, 2024

एसडीएम से क्षुब्द वकीलों ने दो दिन चक्का जाम का लिया निर्णय

एसडीएम से क्षुब्द वकीलों ने दो दिन चक्का जाम का लिया निर्णय


वकील दो माह से कर रहे एसडीएम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

कैसरगंज/ बहराइच कैसरगंज बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने उपजिलाधिकारी कैसरगंज आलोक प्रसाद के कार्य व्यवहार व अमर्यादित आचरण के कारण लगभग 2 माह से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और उनके न्यायालय का न्यायिक कार्य बहिष्कार किए हुए हैं इसी क्रम में 20 नवंबर 2020 को बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बृजेश प्रसाद मिश्र के अध्यक्षता में वकीलो ने बैठक कर उपजिलाधिकारी कैसरगंज आलोक प्रसाद के कार्य व्यवहार व अमर्यादित आचरण में सुधार न देखते हुए 21 नवंबर व 22 नवंबर समय 12:00 बजे से 12:30 तक का तहसील गेट पर चक्का जाम का निर्णय लिया है उसी क्रम में महामंत्री ज्ञान बाबू वर्मा ने बताया की बैठक कर उसी दिन ही उपजिलाधिकारी कैसरगंज व पुलिस क्षेत्राधिकार कैसरगंज तथा थाना अध्यक्ष कैसरगंज को उपरोक्त प्रस्तावित चक्का जाम कार्यक्रम के संबंध में सूचित भी किया है

November 20, 2024

डीएम ने खराब रैंकिंग वाले विभागों के प्रति जताई कड़ी नाराजगी

गोण्डा । 20 नवम्बर, बुधवार 
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने राजस्व विभाग से संबंधित सीएम डैशबोर्ड के माध्यम से जिले में चल रही योजनाओं की कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा की। उन्होंने प्रोजेक्टर के माध्यम से विभागवार योजनाओं की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने उद्योग विभाग, आबकारी विभाग, खनन विभाग, आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक विभाग, खाद्य सुरक्षा विभाग, खाद्य एवं रसद विभाग, बाटमाप, मण्डी विभाग, राजस्व विभाग आदि विभागों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने विभागी अधिकारियों से सीएम डैशबोर्ड पर प्रदर्शित हो रहे कार्यों के प्रगति की रैंकिंग के संबंध में समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी लोग अपने-अपने विभागों की सीएम डैशबोर्ड से संबंधित कार्यों/ योजनाओं की बराबर समीक्षा करते रहें, ताकि सीएम डैशबोर्ड पर विभाग की रैंकिंग खराब न होने पाए, इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि आइजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों में उच्चकोटि की आख्या लगाये तथा शिकायतकर्ता से वार्ता करके शिकायत का समाधान करें, ताकि शिकायतकर्ता पूरी तरह से संतुष्ट हो।

उन्होंने सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों से कहा है कि निरंतर सीएम डैशबोर्ड की निगरानी करते रहें और अपने विभागों की योजनाओं के क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान दें, निर्धारित समय अवधि में निस्तारण करें। कहा कि संबंधित विभाग सीएम डैशबोर्ड को गंभीरता से लें।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी विभाग छोटी से छोटी कमी पर ध्यान देते हुए अपनी रैंकिंग में सुधार लाएं।

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, उपजिलाधिकारी गोण्डा सदर, करनैलगंज, तरबगंज, तथा मनकापुर, तहसीलदार करनैलगंज, तरबगंज, मनकापुर तथा गोण्डा सदर, एआरटीओ प्रशासन, एआरटीओ पर्वतन, खाद्य सुरक्षा अधिकारी अजीत कुमार मिश्र, जिला औषधि निरीक्षक रजिया बानो, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी अरुण कुमार सिंह, ईडीएम, बाटमाप अधिकारी सहित सभी संबंधित विभाग के जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
November 20, 2024

सड़क हादसे में बाबा सर्बादीन सिंह के प्रपौत्र की मौत, एक गंभीर, रेफर



 



करनैलगंज/ गोण्डा - गन्ना लादकर तेज रफ्तार से जा रही ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आने से एक नवयुवक ने अपनी जिंदगी खो दी तो वहीं दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसका जिला चिकित्सालय गोण्डा में इलाज चल रहा है। घटना की सूचना पर मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ लग गई। मिली जानकारी के मुताबिक कभी क्षेत्र के नामी गिरामी नामों में से एक रहे स्व.बाबा सर्बादीन सिंह के प्रपौत्र भंभुआ बढ़इनपुरवा निवासी यश सिंह उम्र करीब 20 वर्ष पुत्र विभय सिंह , मोनू के साथ के साथ बाइक द्वारा किसी कार्य से कहीं जा रहे थे, तभी बरगदी चौराहा से सरयू स्टेशन जाने वाले मार्ग पर एक गन्ना लोड ट्रैक्टर ट्राली ने उन्हें टक्कर मार दिया जिससे उनकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं मोनू 17 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका जिलाचिकित्सालय गोण्डा में इलाज चल रहा है। सड़क दुर्घटना में यश सिंह की मौत की खबर से स्थानीय लोगों की भारी भीड़ जुट गई। घटना की जानकारी मिलते ही भभुआ चौकी प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए  तथा शव को अपने कब्जे में लेकर विधिक कार्यवाही शुरू कर दिया। सड़क दुर्घटना में यश सिंह की आक्समिक मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।

November 20, 2024

नायब तहसील को पड़ा हार्ट अटैक, मौत से मचा कोहराम

 



लखनऊ - अचानक सीने में दर्द के बाद तबियत बिगड़ने के पर नायब तहसील की मौत हो गई, बताया जा रहा है कि लोगों द्वारा उन्हें इलाज हेतु अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक नायब तहसील एटा जिले के कस्बा (थानाक्षेत्र) मारहरा  के रहने वाले थे, जो वर्तमान में मध्य प्रदेश के मुरेना तहसील में तैनात थे।